आबादी तक पहुंची जंगल की आग, धू-धूकर जलकर राख हो गई कार

नैनीताल : सूरज की तपिश और बारिश न होने के कारण जंगल की आग बढ़ती जा रही है। दावानल आवासीय इलाकों तक पहुंचने से निजी संपत्तियों को नुकसान होने लगा है। शुक्रवार तड़के जंगल की आग की लपटों की चपेट में आने से सड़क पर खड़ी मारुति-800 जलकर खाक हो गई जबकि फायर ब्रिगेड की सक्रियता से अल्टो जलने से बचा ली गई। वहींं आवासीय मकानों तक आग पहुंचने से पहले काफी मशक्कत के बाद बुझाई जा सकी।शुक्रवार सुबह पांच बजे मल्लीताल फायर स्टेशन पर एक व्यक्ति ने आकर सूचना दी की अपर माल रोड के ऊपर सिल्वरटन होटल जिला पंचायत रोड के पास जंगल और दो वाहनों में आग लगी है, सूचना पर फायर सर्विस यूनिट मिनी हाई प्रेशर के घटनास्थल के लिए रवाना हुई । फायर सर्विस के जवानों ने कड़ी मशक्कत कर मिनी हाई प्रेशर से पानी डालकर वाहनों में लगी आग को बुझाया। आग से किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई। आग से सड़क किनारे लंबे समय से लावारिस पार्क मारुति 800 खाक हो गई। फायर टीम में लीडिंग फायरमैन जवाहर सिंह, विपिन बडोला, मनोज भट्ट, दीपक सुतेड़ी, जितेंद्र कुमार शामिल थे। इन दिनों यहां बांज प्रजाति के पेड़ों से पत्तियां गिरी हैं।गढ़वाल के मुकाबले कुमाऊं की स्थिति ज्यादा खराब है। फायर सीजन यानी 15 फरवरी से 31 मार्च तक प्रदेश में आग की कुल 139 घटनाएं हुई हैं। इनमें से कुमाऊं में 82, गढ़वाल में 46 और वाइल्डलाइफ एरिया नेशनल पार्क व अभयारण्य में 11 मामले सामने आए हैं। गढ़वाल में 35.65 तो कुमाऊं में 133.37 हेक्टेयर जंगल जला है। वाइल्डलाइफ क्षेत्र में यह आंकड़ा 14 हेक्टेयर है। कुमाऊं में अल्मोड़ा और बागेश्वर डिवीजन में घटनाएं ज्यादा हुई हैं।

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