चमोली डेस्क। बद्रीनाथ धाम को दिव्य एवं भव्य स्वरूप देने के लिए मास्टर प्लान के तहत विकास कार्य किए जाएंगे। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बद्रीनाथ धाम मे प्रस्तावित निर्माण कार्यो को लेकर विशेषज्ञों एवं प्रशासन के साथ स्थलीय निरीक्षण किया।
पर्यटन सचिव ने कहा कि हर साल बद्रीनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ रही है। मा0 प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत सभी यात्रियों को मंदिर तक पहुंचने के लिए सुगम और सुरक्षित मार्ग बनाने एवं यहां के स्थानीय लोगो की आर्थिकी को बढाने के दृष्टिगत यहां पर विकास कार्य किए जाएंगे। ताकि श्रद्धालु मुख्य मंदिर से लेकर तप्तकुण्ड एवं बद्रीनाथ के आसपास अन्य सभी धार्मिक स्थलों तक आसानी से पहुॅच सके। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ मे नदी के दोनों तरफ रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का कार्य किया जाना भी प्रस्तावित है। सुरक्षात्मक एवं सुविधाजनक निर्माण कार्यो को लेकर आज विशेषज्ञो के साथ सर्वेक्षण किया जा रहा है ताकि पहले चरण के तहत प्रस्तावित कार्यो को जल्द शुरू किया जा सके।
इस दौरान पर्यटन सचिव ने तप्तकुण्ड, ब्राह्म कपाल, नारद कुंड, सुग्रीव शिला, बद्रीनाथ मे अलनंदा नदी तटों, साकेत तिरहा, माणा चैराहा एवं आसपास विभिन्न स्थानों का विशेषज्ञों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।इस दौरान एसडीएम कुमकुम जोशीमठ, आईएनआई के कन्सल्टेंट धर्मेंश गंगानी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी वृजेन्द्र पांडे, ईओ नगर पंचायत सुनील पुरोहित एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बद्रीनाथ धाम मे मास्टर प्लान के पहले चरण के तहत शेष नेत्र व बद्रीश झील का सौन्दर्यीकरण, रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, वनवे लूप रोड निर्माण, अस्पताल का विस्तारीकरण तथा बहुउद्देश्यीय/आगन्तुक भवन आदि निर्माण कार्य प्रस्तावित है। दूसरे चरण मे बद्रीनाथ मुख्य मंदिर के आसपास साइड डेवलपमेंट तथा तीसरे चरण मे झील से मंदिर को जोडने का कार्य किया जाना है।