देहरादून। दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम में सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने हेतु रेकिट अपने प्रमुख अभियान ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ के माध्यम से लगभग 15,000 सफाई कर्मचारियों को ट्रेनिंग और साबुन प्रदान कर के मदद करेगा । अखाड़ों के सहयोग से यह अभियान, भोजन परोसने वाले क्षेत्रों में श्रद्धालुओं को लाखों साबुन उपलब्ध कराएगा, ताकि भोजन से पहले और भोजन के बाद में हाथ धोया जा सके, जिससे स्वस्थ आदतों को बढ़ावा मिले । इन प्रयासों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालु और सफाई कर्मचारी दोनों ही स्वस्थ और स्वच्छ कुंभ के आयोजन में मदद करें।
डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया कुंभ के सभी 25 सेक्टरों में स्वास्थ्य और स्वच्छता वालेंटियर्स को तैनात कर रहा है, जो तीर्थयात्रियों को जमीनी स्तर पर सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। लाखों कल्पवासियों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्हें उनके प्रवास के दौरान लगातार स्वच्छता आदतों को प्रोत्साहित करने के लिए साबुन और स्वच्छता जागरूकता संदेश दिए जाएंगे। सांस्कृतिक अनुभव को जोड़ते हुए अभियान पारंपरिक नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से भक्तों को भी जोड़ेगा। ये नाटक अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में हाथ धोने की महत्वपूर्ण भूमिका पर शक्तिशाली संदेश देगा।
रेकिट, साउथ एशिया के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट गौरव जैन ने कहा, “रेकिट में, हम मानते हैं कि समुदायों का स्वास्थ्य और कल्याण ही सच्ची प्रगति की नींव है। महाकुंभ मेला 2025 हमें भारत के सबसे सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण आयोजनों में स्वच्छता को बढ़ावा देने का अनोखा अवसर देता है। हम उत्तर प्रदेश सरकार और ग्लोबल इंटरफेथ वाश अलायंस के साथ अपनी लंबी साझेदारी को आगे बढ़ा करके काफ़ी प्रसन्न हैं। यह साझेदारी ‘विकसित भारत @ 2047’ के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है। हम यह मानते हैं कि हाइजीन एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत की नींव है।”
रेकिट अपने प्रमुख अभियान डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया के माध्यम से ग्लोबल इंटरफेथ वाश अलायंस, एजे फाउंडेशन, प्लान इंडिया और जागरण पहल के साथ साझेदारी में एक यादगार स्वच्छ और स्वस्थ महाकुंभ मेला 2025 बनाने के लिए काम कर रहा है। यह पहल दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम में सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के रेकिट के मिशन को आगे बढ़ाती है।
स्वामी चिदानंद सरस्वतीजी, अध्यक्ष, परमार्थ निकेतन आश्रम, ऋषिकेश और को फाउंडर, ग्लोबल इंटरफेथ वाश अलायंस ने कहा, “मैं ‘बनेगा स्वस्थ इंडिया’ से लंबे समय से जुड़ा हुआ हूं और इसे महाकुंभ मेला 2025 में अपने प्रभावशाली योगदान के साथ देख कर बहुत प्रसन्न हूं। स्ट्रीट प्ले, कठपुतली शो और पौधे वितरित करने जैसे रचनात्मक अभियानों के माध्यम से हमारा उद्देश्य लोगों को बदलाव के दूत बनने के लिए प्रेरित करना है, ताकि हम मिलकर एक स्वच्छ, स्वस्थ और सतत समाज की ओर कदम बढ़ा सकें।”
प्लान इंडिया के एक्जीक्यूटिव डॉयरेक्टर मोहम्मद आसिफ ने कहा, “डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया के साथ हमारी साझेदारी समुदायों में सार्थक बदलाव लाने में सामूहिक कार्यों की ताकत का प्रमाण है। महाकुंभ मेला 2025 में हमें लाखों श्रद्धालुओं के बीच स्वच्छता की आदतों को विकसित करने के इस महान प्रयास में योगदान देने पर गर्व है। अलग अलग समुदायों तक पहुंचकर हम हाथ की स्वच्छता के महत्व को बढ़ा रहे हैं और एक स्वस्थ भविष्य के लिए आदतों में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं।”
एजे फाउंडेशन की चेयरपर्सन बिधु भूषण पांडा ने कहा, “हमें महाकुंभ मेला 2025 में बनेगा स्वस्थ इंडिया के साथ साझेदारी करने पर गर्व है। यह साझेदारी स्वास्थ्य और स्वच्छता पर महत्वपूर्ण संदेशों को ज्यादा लोगों तक पहुंचाएगी। एकता और आध्यात्मिक विकास के एक जीवंत उत्सव के रूप में महाकुंभ एक स्वस्थ और मजबूत भविष्य के लिए मानवता की सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है। साथ मिलकर हमारा लक्ष्य जागरूकता को प्रेरित करना, सार्थक बदलाव लाना और एक ऐसी स्थायी विरासत छोड़ना है जो कुंभ आने वाले सभी प्रतिभागियों प्रोत्साहित करे।”
जागरण पहल के कोषाध्यक्ष समीर गुप्ता ने कहा, “जागरण पहल को दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ 2025 में डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया का सहयोग करने पर बहुत गर्व है। महाकुंभ मेला सिर्फ़ एक समागम नहीं है; यह आस्था, भक्ति और एकता का एक बहुत बड़ा उत्सव है। अपने दूरगामी प्रभाव और सार्थक वकालत के ज़रिए हम इस पवित्र आयोजन की भावना को बढ़ाने और लाखों भक्तों के लिए इसके उद्देश्य और विरासत को बढ़ाने वाली पहलों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
रेकिट का डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। आध्यात्मिक मूल्यों को स्वच्छता चेतना के साथ जोड़कर और अलग अलग स्टेकहोल्डर के साथ साझेदारी करके महाकुंभ मेला 2025 लाखों लोगों को प्रेरित करेगा। यह महाकुंभ 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।