ऋषिकेश। उत्तराखण्ड सरकार के वन मंत्री माननीय सुबोध उनियाल ने मुनि की रेती में आयोजित एक समारोह में भारतीय वन सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें जनता से जुड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक अधिकारी जनता के साथ मित्रवत् नहीं होंगे वन संरक्षण सम्भव नहीं होगा।
उत्तराखण्ड वन विभाग के वन बल प्रमुख डॉ धनञ्जय मोहन ने इस अवसर पर कहा कि उत्तराखण्ड राज्य अपनी समृद्ध वन एवं वन्यप्राणी सम्पदा तथा राष्ट्रीय महत्त्व की ग्लेशियर एवं नदी व्यवस्थाओं के कारण प्रशिक्षण के लिए सर्वथा उपयुक्त है।
ज्ञातव्य है कि कौड़ियाला में 2024 बैच के भारतीय वन सेवा के 112 एवं भूटान के दो प्रशिक्षु अधिकारी अपने पहले प्रशिक्षण दौरे पर एक सप्ताह कैम्प कर रहे हैं।
समारोह में पीसीसीएफ डॉ समीर सिन्हा, पीसीसीएफ रंजन मिश्रा, सीसीएफ नरेश कुमार, सीएफ डीएस मीणा, डीएफओ दगड़े के अतिरिक्त इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय वन अकादमी देहरादून के अपर निदेशक राज कुमार बाजपेयी तथा कोर्स निदेशक कुणाल अंग्रिश भी उपस्थित रहे।