हरिद्वार। अमृता विश्व विद्यापीठम ने एक बार फिर विज्ञान और नवाचार के वैश्विक मंच पर भारत का नाम रोशन किया है। स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा जारी 2025 की सूची में अमृता के 37 संकाय सदस्यों को विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों में शामिल किया गया है। यह लगातार छठा वर्ष है जब अमृता के शोधकर्ताओं को यह विशिष्ट सम्मान प्राप्त हुआ है।
स्टैनफोर्ड–एल्सेवियर ग्लोबल डेटाबेस को वैज्ञानिक उपलब्धियों के सबसे प्रतिष्ठित मानकों में गिना जाता है। यह सूची H-इंडेक्स, उद्धरणों और प्रभाव के समग्र संकेतकों जैसी कठोर कसौटियों पर आधारित होती है।
श्रेणियों के अनुसार मान्यता
करियर-लॉन्ग इम्पैक्ट जीवन भर के योगदान के लिए 13 संकाय सदस्य चुने गए।
सिंगल-ईयर इम्पैक्ट (2024–25): हाल के शोध कार्यों के लिए 36 संकाय शामिल हुए।
ड्यूल रिकग्निशन: 12 संकाय को दोनों श्रेणियों में स्थान मिला, जो उनके सतत योगदान को दर्शाता है।
इस सूची में चार विशिष्ट अमृता पूर्व छात्र भी शामिल हैं डॉ. मनीषा विनोदिनी रमेश, डॉ. रघु रामन, डॉ. प्रेमा नेडुंगडी, और डॉ. राजेश कन्नन मेगलिंगम।
अमृता विश्व विद्यापीठम के कुलपति डॉ. पी. वेंकट रंगन ने कहा हर संख्या के पीछे वर्षों की मेहनत, खोज और समर्पण की कहानी है। हमारे 36 संकायों को स्टैनफोर्ड की इस वैश्विक सूची में स्थान मिलना न सिर्फ उनके व्यक्तिगत उत्कृष्टता का परिचायक है, बल्कि अमृता की उस शोध परंपरा का भी प्रतिबिंब है, जो करुणा और समाज की ज्वलंत चुनौतियों के समाधान के प्रति प्रतिबद्ध है।
करियर-लॉन्ग इम्पैक्ट (13 संकाय)
- डॉ. पी. वेंकट रंगन – कुलपति, अमृता विश्व विद्यापीठम
- डॉ. मनीषा विनोदिनी रमेश – प्रोवोस्ट, स्ट्रैटेजिक इनिशिएटिव्स, रिसर्च & इनोवेशन
- डॉ. रंगास्वामी जयकुमार – प्रोफेसर, नैनोसाइंसेज़ एवं मॉलिक्यूलर मेडिसिन, कोच्चि
- डॉ. पथिरिस्सेरी उमा देवी – एसोसिएट प्रोफेसर, फार्माकोलॉजी, फार्मेसी स्कूल, कोच्चि
- डॉ. शांतिकुमार वासुदेवन नायर – एसोसिएट प्रोवोस्ट ऑफ एकेडमिक्स
- डॉ. सुनीत चंद्र सिंगही – प्रमुख, बाल रोग विभाग, फरीदाबाद
- डॉ. आर. कृष्णकुमार – प्रोफेसर, बाल हृदय रोग विभाग, कोच्चि
- डॉ. प्रतिभा डी. सिंगही – प्रमुख, बाल तंत्रिका विज्ञान, अमृता अस्पताल, फरीदाबाद
- डॉ. के. रामन थांकप्पन – प्रमुख, सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग, कोच्चि
- डॉ. एन. राधिका – प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कोयंबटूर
- डॉ. बिजो मैथ्यू – प्रोफेसर, फ़ार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, कोच्चि
- डॉ. सोमन कोट्टी पडन्नयिल – डीन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्कूल
- डॉ. आदित्य कुमार साहू – एसोसिएट प्रोफेसर, कंप्यूटिंग, अमरावती
सिंगल-ईयर इम्पैक्ट (36 संकाय, 2024–25)
इनमें चिकित्सा, इंजीनियरिंग, बिज़नेस, कंप्यूटिंग, बायोटेक्नोलॉजी, स्थायी भविष्य, दंत चिकित्सा और भौतिक विज्ञान के क्षेत्र शामिल हैं। चयनित संकायों में प्रमुख नाम:
डॉ. मनीषा विनोदिनी रमेश, डॉ. संतानु मंडल, डॉ. रंगास्वामी जयकुमार, डॉ. के. रामन थांकप्पन, डॉ. आदित्य कुमार साहू, डॉ. एन. राधिका, डॉ. नवीन कुमार आर., डॉ. नितेश पांडेय, डॉ. आर. कृष्णकुमार, डॉ. बिजो मैथ्यू, डॉ. सोमन कोट्टी पडन्नयिल, डॉ. नागा श्रीनिवासु, डॉ. शांतिकुमार वासुदेवन नायर, डॉ. विनोद वेल्लोरा थेक्के पडिल, डॉ. राकेश कुमार चड्डा, डॉ. प्रतिभा डी. सिंगही, डॉ. उथायकुमार मरिमुथु, डॉ. संजय पांडेय, डॉ. सुरेश एम., डॉ. पुनीत पुरी, डॉ. अरविंद माधवन, डॉ. रघु रामन, डॉ. कृष्णाश्री आचुथन, डॉ. प्रेमा नेडुंगडी, डॉ. सुनीत चंद्र सिंगही, डॉ. शिव प्रसाद के., डॉ. सुदीप कुमार बत्याल, डॉ. जित्था संथाकुमारी जयन, डॉ. राजेश कन्नन मेगलिंगम, डॉ. चंद्रशेखर जनकीराम, डॉ. आर. आनंद, डॉ. तुलसी बिक्कु, डॉ. दीपक कुमार पांडा, डॉ. त्रिप्ती सिंह, डॉ. मनु राज, डॉ. पथिरिस्सेरी उमा देवी
ड्यूल रिकग्निशन (12 संकाय – दोनों सूचियों में चयनित)
- डॉ. मनीषा विनोदिनी रमेश
- डॉ. रंगास्वामी जयकुमार
- डॉ. शांतिकुमार वासुदेवन नायर
- डॉ. पथिरिस्सेरी उमा देवी
- डॉ. सुनीत चंद्र सिंगही
- डॉ. आर. कृष्णकुमार
- डॉ. प्रतिभा डी. सिंगही
- डॉ. के. रामन थांकप्पन
- डॉ. एन. राधिका
- डॉ. बिजो मैथ्यू
- डॉ. सोमन कोट्टी पडन्नयिल
- डॉ. आदित्य कुमार साहू