अहमदाबाद। इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइज़र कोऑपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) ने आज बेंगलुरु स्थित जीकेवीके, डॉ. बाबू राजेंद्र प्रसाद इंटरनेशनल ऑडिटोरियम में आयोजित मेगा कोऑपरेटिव एवं किसान सम्मेलन के दौरान अमीनो एसिड और एल्जिनिक एसिड से समृद्ध प्राकृतिक समुद्री शैवाल-आधारित बॉटैनिकल एक्सट्रैक्ट ‘Dharamrut का शुभारंभ किया।

यह उत्पाद लॉन्च सतत, तकनीक संचालित और किसान-केंद्रित कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने की दिशा में IFFCO के निरंतर प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस सम्मेलन में कर्नाटक के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 2,000 किसान और सहकारी सदस्य उपस्थित रहे। इसके साथ ही, कार्यक्रम का राज्य के सभी जिलों में लाइव प्रसारण किया गया, जिससे व्यापक किसान समुदाय तक इसकी पहुंच सुनिश्चित हुई। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सहकारी मूल्यों को सशक्त बनाना तथा उन्नत कृषि तकनीकों को अपनाने को प्रोत्साहित करना था। इस अवसर पर IFFCO के चेयरमैन श्री दिलीप संघाणी, मैनेजिंग डायरेक्टर श्री के. जे. पटेल, वरिष्ठ अधिकारियों, सहकारी नेताओं और कृषि विशेषज्ञों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
सभा को संबोधित करते हुए दिलीप संघाणी ने भारत के कृषि परिवर्तन में सहकारी संस्थाओं द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। “कई दशकों से सहकारी संस्थाएँ भारत की कृषि वृद्धि की रीढ़ रही हैं। किसान-केंद्रित नवाचारों को निरंतर बढ़ावा देकर और सहकारी संस्थानों को मजबूत बनाकर, हम किसानों को उत्पादकता बढ़ाने में सक्षम बना रहे हैं, साथ ही मिट्टी के स्वास्थ्य और स्थिरता की भी रक्षा कर रहे हैं,” उन्होंने कहा। उन्होंने आगे कहा कि मेगा कोऑपरेटिव एवं किसान सम्मेलन जैसे मंच किसानों के साथ सीधे संवाद स्थापित करने, उनकी बदलती आवश्यकताओं को समझने और एक सुदृढ़ कृषि पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में सामूहिक प्रयासों को सशक्त बनाते हैं।

इस अवसर पर बोलते हुए IFFCO के मैनेजिंग डायरेक्टर के. जे. पटेल ने नवाचार-आधारित और सतत कृषि समाधानों पर IFFCO के फोकस को रेखांकित किया। “Dharamrut का लॉन्च, वैज्ञानिक प्रगति को प्राकृतिक और जैव-आधारित समाधानों के साथ संयोजित करने के प्रति IFFCO की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अमीनो एसिड एवं एल्जिनिक एसिड से समृद्ध उत्पाद पोषक तत्वों की कुशलता बढ़ाने, फसल की शक्ति और समग्र उत्पादन क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करते हैं,” उन्होंने कहा। उन्होंने आधुनिक तकनीकों को प्राकृतिक इनपुट्स के साथ एकीकृत करने के महत्व पर भी जोर दिया।
“नैनो फर्टिलाइज़र्स को Dharamrut जैसे बॉटैनिकल इनपुट्स के साथ मिलाकर किसान कम लागत में बेहतर उपज प्राप्त कर सकते हैं और साथ ही मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। सतत और जलवायु-स्मार्ट कृषि के लिए यह संतुलित दृष्टिकोण अत्यंत आवश्यक है,” उन्होंने जोड़ा।
Dharamrut एक प्राकृतिक समुद्री शैवाल-आधारित बॉटैनिकल एक्सट्रैक्ट है, जिसे पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाने, जड़ और तने के विकास को प्रोत्साहित करने तथा फसल की समग्र शक्ति में सुधार लाने के लिए तैयार किया गया है। यह उत्पाद दीर्घकालिक मिट्टी स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और पर्यावरणीय तनाव के प्रति फसलों की सहनशीलता में सुधार करता है—जिससे यह सतत कृषि पद्धतियों के लिए अत्यंत उपयुक्त बन जाता है।
Dharamrut का लॉन्च IFFCO के मौजूदा नैनो फर्टिलाइज़र और उन्नत जैव-आधारित कृषि इनपुट्स के पोर्टफोलियो को और मजबूत करता है, जो उसके किसान-प्रथम नवाचार दृष्टिकोण को सुदृढ़ करता है। ऐसे प्रयासों के माध्यम से IFFCO किसानों को अधिक उत्पादकता के साथ पर्यावरणीय जिम्मेदारी बनाए रखने में सक्षम बनाता रहता है। मेगा कोऑपरेटिव एवं किसान सम्मेलन सहकारी संस्थाओं को मजबूत करने, तकनीक अपनाने को बढ़ावा देने और देश के लिए एक भविष्य-तैयार, टिकाऊ कृषि क्षेत्र के निर्माण के नए संकल्प के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।