देहरादून। उत्तराखंड में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पौड़ी जिले के सतपुली के बिलखेत क्षेत्र में जल्द ही पैराग्लाडिंग शुरू की जाएगी। इससे पहले उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) के अधिकारियों ने विशेषज्ञों संग मिलकर पैराग्लाडिंग की सुरक्षा जांची। साथ ही पैराग्लाइडिंग एवं पैरामोटर आदि का ट्रायल, अभ्यास, परीक्षण किया। इसमें पैराग्लाइडर्स ने बिलखेत के ऊपरी क्षेत्र ढाढूखाल से पैराग्लाइडिंग कर बिलखेत नयार नदी के तटीय स्थान पर लैंडिंग की।
यूटीडीबी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सहासिक पर्यटन) कर्नल अश्विनी पुंडीर के नेतृत्व में अधिकारियों ने बिलखेत की नयार वैली में होने वाली पैराग्लाडिंग की जगह का परीक्षण कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) कर्नल अश्विनी पुंडीर ने कहा कि विशेषज्ञ भी मानते हैं कि पैराग्लाडिंग के लिए नयार वैली सबसे उपयुक्त जगह है। दो दिवसीय परीक्षण कार्यक्रम के तहत पहले दिन नयार वैली में होने वाली पैराग्लाडिंग की सुरक्षा जांच करने के साथ पायलटों ने पैराग्लाडिंग की। गुरुवार को यानी 28 अक्टूबर को पैरा मोटर फ्लाइंग का परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद साहसिक खेलों के शौकीन पर्यटकों के लिए जल्द ही पैराग्लाडिंग को खोल दिया जाएगा। इससे पहले भी जिला प्रशासन और साहसिक खेल विभाग के सहयोग से नयार वैली में तीन दिवसीय एडवेंचर स्पोर्ट्स फेस्टिवल का आयोजन किया गया था। इस दौरान थल क्रीड़ा स्पोर्ट्स विशेषज्ञ रणबीर सिंह नेगी, बीएसएफ के इंस्पेक्टर अजय सिंह अदाना, बीएसएफ (बीआईएएटी) बलजीत सिंह, श्री विक्रम नेगी, अनीश पंवार, कमल सिंह समेत तकनीकी समिति के सदस्य मौजूद रहे।
प्रदेश में साहसिक खेलों की अपार संभावनाएं हैं। हमारा प्रयास है कि नयार घाटी को साहसिक खेलों के हब के रूप में तैयार करना है। इससे पर्यटकों की आवाजाही तो बढ़ेगी ही, स्थानीय लोगों को भी रोजगार से जोड़ा जा सकेगा।
श्री सतपाल महाराज, पर्यटन मंत्री
नयार घाटी में साहसिक खेलों को शुरू करने के लिए संबंधित विशेषज्ञों द्वारा निरंतर अभ्यास एवं उपयुक्त जगहों का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है। नयार घाटी में पैराग्लाडिंग शुरू करने से पहले विभागीय अधिकारियों ने विशेषज्ञों की टीम के साथ परीक्षण कर सुरक्षा इंतजामों की बारीकियां जांची।
श्री दिलीप जावलकर, सचिव पर्यटन