देहरादून। देहरादून की राजपुर रोड आज भी दून की पहचान को कायम रखे हुए है जिसकी वजह इस सड़क के दोनों ओर हरियालीदार पेड़ और पहाड़ों की रानी कही जाने वाली मसूरी की खूबसूरत वादियों की तस्वीर को कहा जा सकता है। इन दिनों इस सड़क के दोनों तरफ नगर निगम की ओर से कांटे वाले तार लगाकर फुलवारी तैयार की जा रही है जिसको लेकर साइकिल पाथ फॉर ग्रीन फ्यूचर सीपीजीएफ के सदस्यों ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि खूबसूरती की जगह बढ़ते ट्रैफिक के दवाब को कम करने के लिए इस सड़क के दोनों ओर साइकिल ट्रैक बनाया जाना प्रदूषण को कम करने और लोगों के अच्छे स्वास्थ्य की दिशा में कारगर पहल साबित होता।
देहरादून के साइकिल पॉथ फॉर ग्रीन फ्यूचर (सीपीजीएफ) के सदस्यों का कहना है कि कोरोना काल के बाद दून में साइकिल चलाने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है मगर शहर की तकरीबन हर सड़क पर साइकिल चलाना किसी चुनौती से कम नहीं है। दून को स्मार्ट सिटी बनाए जाने की कवायत में सड़कों के दोनों ओर साइकिल ट्रैक बनाया जाना भी प्रस्तावित है लेकिन शहर के कई इलाकों में सड़क इतनी सिमटी हुई हैं कि वहां यह सोच लागू करना संभव ही नहीं है। हरियाली और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से शहर की राजपुर रोड प्रतिष्ठित सड़क मानी जाती रही है लेकिन अब बढ़ते ट्रैफिक के चलते यहां भी प्रदूषण हावी दिखाई देता है। साइकिल चलाने वालों को मजबूरन शहर के बाहरी इलाकों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है जिसमें समय अधिक लगने की वजह से वे नियमित साइकिल चलाने के अपने सपने को पूरा नहीं कर पाते हैं।
सीपीजीएफ से जुड़े सदस्यों ने राजपुर रोड के दोनों ओर फुलवारी बनाये जाने की जगह साइकिल ट्रैक बनाये जाने की मांग की है।