रामनगर : गुजरात की दो हथिनी रानी व मोनीमाला कार्बेट टाइगर रिजर्व की सुरक्षा करेगी। जल्द ही यह दोनों हथिनी जंगल की सुरक्षा में अपना योगदान देंगी। कनौटक से कार्बेट लाए गए दो अव्यस्क हाथियों से पार्क प्रशासन ने इन्हें बदला है। कार्बेट टाइगर रिजर्व में कर्नाटक से वर्ष 2017 में नौ हाथी व हथिनी लाए गए थे। जिनमें करना व रामा नाम के दो अव्यस्क हाथी भी थे। अव्यस्क होने की वजह से यह पार्क की सुरक्षा में अभी अपना योगदान नहीं दे पा रहे थे। वर्तमान में इनकी उम्र नौ से दस साल है। इनकी गश्त लायक उम्र होने में अभी दस साल और लगते। ऐसे में कार्बेट प्रशासन को गश्त में हाथियों की कमी की वजह से परेशानी उठानी पड़ती। इसे देखते हुए कार्बेट प्रशासन ने गुजरात के भावनगर जिले के शहर पालिताना से एक प्राइवेट संस्था से तीनों हाथियों को बदलने का निर्णय लिया। जिसके तहत प्राइवेट संस्था ने अपनी दो हथिनी रानी व मोनीमाला को कार्बेट प्रशासन को दे दिया। इसके बदले में संस्था कार्बेट से करना व रामा हाथी को अपने साथ गुजरात ले गई। फिलहाल गुजरात से आई दोनों हथिनियों को कालागढ़ में क्वारंटाइन में रखा गया है। दोनों हथिनियों की देखरेख भी कार्बेट के ही महावत ही करेंगे।