देहरादून। उत्तराखंड में पर्यटन के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित करने और गुजरात के निवासियों के साथ जुड़ने के उद्देश्य से उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) ने रविवार को गुजरात शहर के राजकोट में क्रिस्टल मॉल में ‘‘अल्टीमेट उत्तराखंड” थीम पर आधारित विभिन्न कार्यक्रमों का अयोजन किया।
यूटीडीबी की ओर से इस कार्यक्रम में सुमित पंत, निदेशक (विपणन एवं प्रचार) और कमल किशोर जोशी, जनसंपर्क अधिकारी शामिल हुए।
गुजरात एक पसंदीदा राज्य रहा है क्योंकि यह उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना रहता है। रिकॉर्ड किए गए अनुमानों के अनुसार, उत्तराखंड में कुल घरेलू पर्यटकों में गुजरात का हिस्सा लगभग 10 प्रतिशत है।
क्रिस्टल मॉल में दिन भर चलने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में तात्कालिक क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तराखंड के यादगार लम्हे, हस्तनिर्मित पेंटिंग, बाल मिठाई (उत्तराखंड की प्रसिद्ध मिठाई) आदि शामिल थे।
सुमित पंत, निदेशक (विपणन एवं प्रचार) ने राजकोट वासियों को बताया कि पहाड़ों और नदियों की एक रहस्यमय भूमि, उत्साहजनक साहसिक गतिविधियां, वेलनेस और योग, उत्तराखंड में हर यात्री के लिए कुछ न कुछ है। उन्होंने कहा कि लोकप्रिय रूप से देवभूमि, या देवताओं की भूमि के रूप में जाना जाता है, राज्य में दो मुख्य क्षेत्र शामिल हैं गढ़वाल और कुमाऊं। राज्य में नैनीताल, मसूरी, कॉर्बेट नेशनल पार्क, औली जैसे गंतव्य और केदारनाथ, बद्रीनाथ, ऋषिकेश व हरिद्वार जैसे तीर्थस्थल मौज-मस्ती और धार्मिक आगंतुकों दोनों के लिए समान विकल्प प्रदान करते हैं। ऋषिकेश में गंगा में रिवर राफ्टिंग और टनकपुर में शारदा नदी, केदारकांठा और चंद्रशिला जैसी कुछ आकर्षक चोटियों की ट्रेकिंग, औली की कुछ सुरम्य ढलानों के माध्यम से स्कीइंग, पंचेश्वर और नंधौर वन्यजीव अभयारण्य में बर्डवॉचिंग, केबल-कार की सवारी या हिमालय के सम्मोहक दृश्यों में भीगना, उत्तराखंड सभी के लिए एक स्वप्निल गंतव्य है।