देहरादून। संपूर्ण उत्तराखण्ड में गुरूवार 26 जनवरी को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जायेगा। इस दिन से शरद ऋतु की समाप्ति हो जाती है और बसंत ऋतु की शुरुआत होती है, कहते हैं कि इस दिन विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन मां सरस्वती की पूजा-अर्चना भी की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार बसंत पंचंमी का त्योहार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाता है।
इस बार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी 26 जनवरी को पड़ रही है इसलिए गुरूवार को यानी 26 जनवरी को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन ज्ञान और कला की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है, इसलिए इस दिन को सरस्वती पूजा भी कहा जाता है।
भारत के पूर्व राज्यों में भी यह त्योहार काफी लोकप्रिय है। इस दिन गृह प्रवेश, नई नौकरी, पूजा पाठ, मुंडन या कोई भी मांगलिक कार्य करना शुभ माना जाता है। बसंत पंचमी के दिन सुबह उठकर स्नान कर पीले वस्त्र धारण करने चाहिए, क्योंकि पीला रंग मां सरस्वती को पसंद है और विधि विधान के साथ मां सरस्वती की पूजा करनी चाहिए। कहा जाता है कि इस दिन सुबह उठकर हाथों की हथेलियां देखनी चाहिए, क्योंकि इंसान की हथेली में मां सरस्वती का वास होता है।