देहरादून। शिक्षा और रोजगार के द्वारा महिलाओं का सशक्तीकरण करना भारती फाउंडेशन की एक दृढ़ प्रतिबद्धता रही है। भारती एंटरप्राइजेज की लोकोपकारी संस्था होने के नाते, फाउंडेशन ने हमेशा अपने कार्यों के द्वारा बदलाव लाकर अपने प्रयासों को बढ़ाया है, खासकर ग्रामीण भारत की महिलाओं के लिए जिनके पास उनके परिवेश में सीमित सुविधाएं हैं। शिक्षा क्षेत्र में एक परिवर्तनकर्ता होने के नाते, फाउंडेशन विविधतापूर्ण कार्यस्थल विकसित करने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है जहां महिलाओं को संगठन की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान करने और साथ ही अपने करियर में उत्कृष्टता हासिल करने का अधिकार मिले। फाउंडेशन के सत्य भारती स्कूलों में 76 प्रतिशत महिलाएँ अध्यापिका के रूप में कार्यरत हैं और 61 प्रतिशत महिलाएँ नेतृत्व करने वाले पदों पर कार्यरत हैं | इसके अलावा, सत्य भारती स्कूल (भारती फाउंडेशन का सर्वोत्कृष्ट प्रोग्राम) के कुछ पूर्व छात्राएं उन विद्यालयों में – जहां उन्होंने पढ़ाई की थी – वहीं अध्यापिका के रूप में लौट आईं हैं, और अपने समुदाय में एक मिसाल बनकर उभरीं हैं | यह इस बात का साक्ष्य है कि फाउंडेशन ने शिक्षा के द्वारा बेटियों के जीवन में बदलाव लाने के लिए संकल्पबद्ध है।
भारती फाउंडेशन को शिक्षा, रोजगार और व्यावसायिक उन्नति के क्षेत्र में अवसर प्रदान करने की दिशा में किये जा रहे प्रयास पर गर्व है। इसमें निष्पक्षता और पारदर्शिता पर लगातार ज़ोर दिया जाता है, जो उन्हें नवोन्मेष करने और उद्यमिता की भावना का निर्माण करने का अवसर प्रदान करती हैं। हाल ही में, कार्यस्थल की संस्कृति और नैतिक मूल्यों के अवलोकन से सम्बंधित एक वैश्विक- ख्याति प्राप्त संस्था, Great Place To Work® द्वारा फाउंडेशन को ‘महिलाओं के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ 100 कार्यस्थल 2023’ के रूप में सम्मानित किया गया है। फाउंडेशन की 80% से अधिक महिला कर्मचारियों ने Great Place To Work® सर्वे में भारती फाउंडेशन के पक्ष में सकारात्मक प्रतिक्रिया दीं हैं।
इस वर्ष Great Place To Work® सर्वे के लिए एक कड़ी मूल्यांकन पद्धति के आधार पर, ‘महिलाओं के लिए 100 सर्वश्रेष्ठ संगठनों को India’s Best WorkplacesTM 2023’ के रूप में सम्मानित किया गया है। यह संगठन मूलत: संस्थाओं के मुखय मुल्यों और कार्यपद्धतियों को उत्कृष्टता के पैमाने अनुसार परखतें हैं। यह सम्मान, अन्य प्रशंसाओं के बीच, भारती फाउंडेशन की सिस्टम दक्षता और विशेष रूप से महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और अनुकूल कार्य वातावरण बनाने के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शता है की जिनके द्वारा यह ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 30 लाख बच्चों के जीवन को प्रभावित कर पाई है।