देहरादून। आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस सिक्योर्ड बॉन्ड्स के अपने पहले पब्लिक इश्यू की मदद से 1,000 करोड़ तक की पूंजी जुटाएगा, जिसका उद्देश्य व्यावसायिक वृद्धि और पूंजी निर्माण के लिए किया जाएगा। ये बॉन्ड अत्यधिक सुरक्षा के साथ 10.50 प्रतिशत तक का रिटर्न प्रदान करेंगे। ये इश्यू सोमवार, 4 दिसंबर से मिलना शुरू होंगे, और शुक्रवार, 15 दिसंबर तक मिलेंगे। आईआईएफएल समस्ता आईआईएफएल फाईनेंस का अंग है, जो भारत के सबसे बड़े रिटेल केंद्रित एनबीएफसी समूहों में से एक है, जिसके पास 73,066 करोड़ रु. के लोन एस्सेट अंडर मैनेजमेंट हैं।
आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस 200 करोड़ रु. के बॉन्ड्स जारी करेगा, और उसके पास 800 करोड़ रु. तक के ओवर-सब्सक्रिप्शन (कुल मिलाकर 1,000 करोड़ रु.) बनाए रखने के लिए ग्रीन-शू का विकल्प भी होगा। आईआईएफएल समस्ता बॉन्ड 60 महीने की अवधि के लिए 10.50 प्रतिशत प्रतिवर्ष की सर्वाधिक कूपन दर प्रदान करते हैं। ये एनसीडी 24 महीने, 36 महीने और 60 महीने की अवधि के लिए उपलब्ध हैं। ब्याज के भुगतान की फ्रीक्वेंसी हर सीरीज़ के लिए मासिक और वार्षिक आधार पर उपलब्ध होगी।
आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस के एमडी एवं सीईओ, वेंकटेश एन ने कहा, ‘‘आईआईएफएल समस्ता अपनी 1,500 शाखाओं के द्वारा पूरे भारत में मजबूत स्थिति में मौजूद है। यह सेवाओं की कमी वाले और उनसे वंचित लोगों की क्रेडिट की जरूरतों को पूरा करता है, जो मुख्यतः अपने विस्तृत पोर्टफोलियो के साथ वंचित पृष्ठभूमि की महिला उद्यमियों पर केंद्रित है। इन बॉन्ड्स की मदद से एकत्रित किए गए फंड का उपयोग इन ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने और व्यावसायिक वृद्धि लाने के लिए किया जाएगा।’’
आईआईएफएल समस्ता फाईनेंस उन महिलाओं को किफायती और अभिनव वित्तीय उत्पाद प्रदान करता है, जो सदस्यों के रूप में पंजीकृत होती हैं, और समाज के वंचित वर्गों से संयुक्त दायित्व समूह में नियोजित होती हैं। इनमें भारत के ग्रामीण, अर्द्धशहरी और शहरी इलाकों से किसान, कृषि मजदूर, सब्जी और फल विक्रेता, कपड़ा व्यापारी, दर्जी, शिल्पकार, और गृहणियाँ एवं औद्योगिक मजदूर आते हैं।