उत्तराखण्ड एसटीएफ के साईबर थाना कुमाऊँ परिक्षेत्र पुलिस द्वारा साईबर धोखाधडी के लाभार्थी खाता धारको के विरूद्ध के विरूद्ध बीएनएस 2023 के अन्तर्गत की गयी कार्यवाही

देहरादून। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 नवनीत सिंह द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि एक प्रकरण जनपद उधम सिंह नगर निवासी पीड़ित द्वारा माह सितम्बर 2024 में दर्ज कराया जिसमें उनके द्वारा माह जुलाई 2024 में फेसबुक में एक ऑनलाईन ट्रैडिंग बिजनेस का विज्ञापन देखा जिसके लिंक पर क्लिक करने पर उनको एक अज्ञात वाट्सअप ग्रुप से जुडना बताया गया, चैंटिग करने के उपरांत शिकायतकर्ता को एक अन्य लिंक के माध्यम से Pimco Stock.win-win community नाम के ग्रुप में जोड़ा गया तथा वादी को FPI खाता खोलने के लिये बताया गया । जिसमें उनके द्वारा स्वयं को Pimco कम्पनी का प्रतिनिधि बताया गया था तथा ट्रेडिंग में लगायी गयी धनराशि को उनके द्वारा दिये गये लॉगिन आई0डी0 पासवर्ड से लॉगिन करने पर मय लाभ के पीड़ित को दिखाई जाती थी। जिसके उपरान्त पीड़ित द्वारा ऑनलाईन ट्रेडिंग करने के लिये अभियुक्तगणों द्वारा व्हाटसप के माध्यम से उपलब्ध कराये गये विभिन्न बैंक खातो में लगभग 29 लाख रुपये की धनराशी धोखाधड़ी से जमा करायी गयी ।

साईबर अपराधियों द्वारा शिकायतकर्ता को ऑनलाईन शेयर मार्केटिंग में अधिक मुनाफे का लालच दिया गया तथा इसमे निवेश करने पर वादी को शार्ट टर्म में अधिक मुनाफे का भरोसा देकर ठगी की गयी । प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 द्वारा विवेचना प्रभारी निरीक्षक साईबर क्राईम श्री अरूण कुमार को सुपुर्द करते हुये अभियोग के अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये । साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/ रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों / वाट्सअप की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनी, मेटा कम्पनियों से डेटा प्राप्त किया गया । प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी मे आया कि साईबर अपराधियो द्वारा घटना में पीड़ित से अन्य व्यक्तियों के खातों (कमीशन बेस्ड खाते) का प्रयोग कर धोखाधडी की गयी धनराशि प्राप्त किये जाने हेतु प्रयोग करते थे ।

विवेचना के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा बैंक खातो तथा मोबाइल नम्बरों का सत्यापन कार्यवाही किया गया । पुलिस टीम द्वारा तकनीकी / डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना से सम्बन्धित लाभार्थी खाता धारकों आरोपीगण 1- मोहित नागर पुत्र श्री सुन्दर सिंह निवासी ग्राम विचायस उर्फ बरसात थाना ईकोटेक प्रथम ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश , 2- सुनिल कुमार शर्मा पुत्र श्री सुरेशानन्द शर्मा निवासी ग्राम शेडली पोस्ट दिगोलीखाल थाना जनपद पौड़ीगढ़वाल वर्तमान पता आर जेड डी-2/81 गली नम्बर 5 नियर यादव डेयरी/बाके विहार मन्दिर महावीर इन्क्लेव पालम नई दिल्ली 110045 चिन्ह्ति करते हुये अभियुक्त की तलाश जारी की । जानकारी में आया की अभियुक्त सुनील कुमा शर्मा भारत से बाहर विदेशी साईबर अपराधियों के साथ व्हाट्सअप के माध्यम से लगातार सम्पर्क में है । साईबर पुलिस टीम को तकनीकी बिन्दुओं पर प्राप्त जानकारी हाथ लगी तथा टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुये साक्ष्य एकत्रित कार्यवाही करते हुये अभियोग में प्रकाश में आये आरोपीगण 1- मोहित नागर 2- सुनील कुमार शर्मा उपरोक्त के विरूद्ध भारतीय न्याय संहिता 2023 के प्रावधानों के अन्तर्गत कार्यवाही करते हुये उनकी तलाशी में अभियुक्तों से घटना में प्रयुक्त 04 अदद मोबाइल फोन्स मय 05 सिम कार्ड भी बरामद हुए है । साईबर पुलिस की जांच पड़ताल में अभियुक्त के मोबाइल फोन में कई ईमेल एकाउन्ट, बैंक खातों, फर्जी फर्म/कम्पनियों के नाम फोटो व दस्तावेज बरामद हुये है तथा विदेशी मोबाइल नम्बरों के साथ व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर उनके साथ चैटिंग/ साईबर अपराधियो से सम्पर्क होना प्रकाश में आया है।

अपराध का तरीका:
अभियुक्त द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से ट्रैडिंग बिजनेस का विज्ञापन प्रसारित कर लिंक के माध्यम से वाट्सअप ग्रुप में जोड़ कर ऑनलाईन ट्रेडिंग करने शार्ट टर्म में अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देकर इन्वेस्ट के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की जा रही थी । अभियुक्त वाट्सअप ग्रुप में विभिन्न शेयर में इन्वेस्ट करने के नाम पर मुनाफा होने के फर्जी स्क्रीनशॉट भेजा करते थे तथा खुद को अधिक लाभ होने के बात करते थे जिससे ग्रुप के जुडे पीड़ित इनकें झांसे में आकर धनराशि इन्वेस्ट कर देते थे । इन्वेस्ट की गयी धनराशि में मुनाफा दिखाने हेतु यह एक फर्जी लिंक का प्रयोग करते थे जिसमें इनके नाम के बनाये गये फर्जी खातो/डेसबोर्ड में इन्वेस्ट की गयी धनराशि मुनाफा सहित पीड़ित को दिखायी देती थी । जिससे पीड़ित को अधिक मुनाफा होने का भरोसा हो जाता था । विड्राल के नाम पर यह साईबर अपराधि पीड़ित के खाते में कभी कभी कुछ छोटी धनराशि भी भेज देते थे । जिससे पीड़ित को अपने साथ हो रही साईबर धोखाधड़ी का अंदेशा नही हो पाता था । अपराधियों द्वारा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातों में प्राप्त कर उक्त धनराशि को अन्य खातों में स्थानान्तरण करते थे । अभियुक्तगणों द्वारा उक्त कार्य हेतु अन्य लोगों के चालू खाते खुलवाकर स्वयं इन्टरनेट बैंकिंग एक्टिव कराकर, इन्टरनेट किट प्राप्त कर लॉग-इन आडी पासवर्ड क्रिएट कर (कमीशन बेस्ड खातों) का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है । यहां अपराधि यह भी विशेष रुप से ध्यान देते थे, कि इन खातों की विड्राल लिमिट कितनी है अधिक लिमिट वाले खाते इनकी प्राथमिकता में होते थे । पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि मैं उसने कई लोगों के नाम से फर्जी फर्म बनाकर चालू बैंक खाते खोले हैं, जिनका एक्सेस उनके द्वारा स्वयं किया जा रहा था । बैंक खातो में लिक मोबाइल नम्बर तथा ईमेल आई0डी0 को इटंरनेट बैंकिट के लिये प्रयोग करता था । तथा मोबाइल में एसएमएस फॉवर्ड एप्लीकेशन के माध्यम से लाभार्थी खातों में प्राप्त होने वाली धनराशि व इन्टरनेट बैंकिग आदि से सम्बन्धित समस्त ओटीपी को विदेशों में बैठे साईबर अपराधियो को भेजा जाता है। साईबर पुलिस द्वारा देश भर में विभिन्न राज्यों से प्राप्त शिकायतों के सम्बन्ध में जानकारी हेतु अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क कर रही है ।

प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्तों ने साईबर अपराध हेतु विभिन्न लोगों के नाम पर फर्जी चालू बैंक खाते खोलकर उन खातो का प्रयोग साईबर अपराध में ठगी गयी धनराशि को जमा करने व निकालने में स्वीकार किया गया है । इन्टरनेट बैंकिंग के माध्यम से संचालित करने हेतु एसएमएस अलर्ट नम्बर व ईमेल आई0डी0 का प्रयोग अभियुक्तों द्वारा किया जा रहा था । इन बैंक खातों के बैंक स्टेटमैन्ट में करोड़ो रुपये के लेनदेन किया जाना पाया गया है । जाँच में यह भी प्रकाश में आया है कि इन बैंक खातों के विरुद्ध देश के कई राज्यों में कुल 10 साईबर अपराधों की शिकायतें निम्नवत दर्ज हैं-

साईबर अपराधियों के नाम व पता- 1- मोहित नागर पुत्र श्री सुन्दर सिंह निवासी ग्राम विचायस उर्फ बरसात थाना ईकोटेक प्रथम ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश , 2- सुनिल कुमार शर्मा पुत्र श्री सुरेशानन्द शर्मा निवासी ग्राम शेडली पोस्ट दिगोलीखाल थाना जनपद पौड़ीगढ़वाल वर्तमान पता आर जेड डी-2/81 गली नम्बर 5 नियर यादव डेयरी/बाके विहार मन्दिर महावीर इन्क्लेव पालम नई दिल्ली 110045

बरामदगी-
1- 04 मोबाइल फोन
2- 05 सिम कार्ड

पुलिस टीम-
1- SHO श्री अरूण कुमार
2- उ0नि0 दिनेश कुमार पंत
3- अपर उपनिरीक्षक श्री सत्येन्द्र गंगोला
4- हे0का0 मनोज कुमार
5- कानि0 मुहम्मद उस्मान

टैक्निकल टीम-
1- हेड कानि0 सोनू पाण्डे

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड श्री नवनीत सिंह महोदय द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों/फर्जी साईट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । साथ ही, सभी से अपील है कि वे फर्जी निवेश ऑफर जैसे You Tube like सब्सक्राइब, टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश न करें व किसी भी अन्जान व्यक्ति के सम्पर्क में न आये अथवा न ही किसी भी अन्जान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें। किसी भी अन्जान कॉल आने पर लालच में न आये, अन्जान कॉलर की सत्यता की जांच करे बिना किसी भी प्रकार की सूचना / दस्तावेज न दें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।

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