देहरादून। उत्तराखंड और नेपाल के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निवेश की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। शुक्रवार को बेबिनार के माध्यम से यूटीडीबी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक विंग) कर्नल अश्विनी पुंडीर और अपर निदेशक पूनम चंद ने नेपाल के बुद्धा एयरलाइंस के अधिकारियों को उत्तराखंड में किए जाने वाले निवेश की संभावनाओं की विस्तार से जानकारी दी।
यूटीडीबी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक विंग) कर्नल अश्विनी पुंडीर ने कहा कि हिमालय की गोद में बसा उत्तराखंड भारत के सबसे खूबसूरत उत्तरी राज्यों में से एक है जो अपने शानदार प्राकृतिक परिदृश्य से सभी को मंत्रमुग्ध करता है। पर्यटन उत्तराखंड की आर्थिकी का मुख्य स्रोत है। इससे लाखों लोगों की आजीविका व रोजगार जुड़ा है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी राज्य होने के नाते हम हवाई सेवा के महत्व को समझते हैं। उत्तराखंड और नेपाल के बीच शुरू होने वाली हवाई सेवा दोनों देशों के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देगी। इस संबंध में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व बुद्धा एयरलाइंस के अधिकारियों से पहले ही बात कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से विभिन्न थीम-आधारित सर्किट जैसे आध्यात्मिक, धार्मिक सर्किट, साहसिक सर्किट, संस्कृति, विरासत, ग्रामीण पर्यटन सर्किट को विकसित किया जा रहा है। प्रदेश में ट्रेकिंग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। हाल ही में विभाग की ओर से पिंडारी ग्लेशियर और बागची बुग्याल के लिए दल को रवाना किया गया। इसके अलावा केंद्र सरकार समर्थित स्वदेश दर्शन योजना के तहत, उत्तराखंड को इको-टूरिज्म के रूप में नई पहचान मिली है। उत्तराखंड सिंगल पॉइंट क्लीयरेंस, सब्सिडी और निवेश के लिए प्रोत्साहन, सस्ती बिजली, स्वच्छ पानी का एक अपराजेय संयोजन प्रदान करता है।
वहीं यूटीडीबी की अपर निदेशक पूनम चंद ने कहा कि राज्य की ईज ऑफ डूइंग रैंकिंग 2015 में 23वीं रैंक से बढ़कर 2020 में 11वीं रैंक हो गई है। पर्यटन विभाग के पास निवेशकों को हर स्तर पर शुरू से अंत तक सुविधा और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए एक समर्पित निवेश प्रोत्साहन टीम भी है। पर्यटन क्षेत्र में निवेश को बेहतर व आसानपूर्ण बनाने के लिए विभाग की ओर से नई पर्यटन नीति को लागू किया गया है। यह नीति पर्यटन को उद्योग का दर्जा देती है, जिससे निवेशकों को कई प्रोत्साहन मिलते हैं। इसके अलावा पर्यटन विभाग अब अपनी पर्यटन नीति को संशोधित करने पर भी विचार कर रहा है। इसका उद्देश्य गुजरात, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, तमिल नायडू, आदि जैसे प्रमुख राज्यों के साथ अपने प्रोत्साहनों को लाना है। यह सुनिश्चित करेगा कि राज्य की नीति निवेशकों के लिए आकर्षक बनी रहे और बेहतर रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकें।
वर्चुुवल बैठक के दौरान नेपाल के एयर लाईन सदस्य योगराज ने उत्तराखण्ड और नेपाल में पर्यटन को बढ़ावा देने और निवेश करने के लिए अपने सुझाव भी दिये और साथ ही कहा कि वह जल्द ही यूटीडीबी को संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करायेगे। जिससे नेपाल और उत्तराखण्ड के पर्यटन को एक नई ऊंचाई तक ले जाया सके।