ऋषिकेश। ऋषिकेश स्थित मुनि की रेती पर चल रहे अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आज पाँचवा दिन रहा । पाँचवें दिन अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गये जिसमें भाग लेने के लिए देश-विदेश से भारी संख्या में पर्यटकों का आगमन ऋषिकेश में हो रहा है।
सर्वप्रथम दिन का प्रारंभ पर्यटन विभाग के छह सहयोगी योग संस्थानों द्वारा दैनिक आधार पर दो घंटे का योग सत्र के आयोजन से हुआ। सुबह की अन्य गतिविधियों में ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा ध्यान सत्र एवं आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा नाड़ी परीक्षण शिविर का संचालन किया गया।
इन कार्यक्रमों के मध्य प्रसिद्ध हास्य योग विशेषज्ञ मनोज रंगढ़ द्वारा दूसरे दिन भी हास्य योग का सत्र संचालित किया गया। मनोज रंगढ़ ने बताया कि हास्य योग आज की व्यस्ततम दिनचर्या में अति फायदेमंद है क्योंकि यह चिंता और तनाव को कम करता है साथ ही यह मन को तरोताजा कर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
अन्य गतिविधियों में “आयुर्वेद : जीवन का विज्ञान” विषय पर विशेषज्ञों ने एक पैनल परिचर्चा का आयोजन किया जिसमें उन्होंने हजारों वर्षों की इस चिकित्सीय प्रणाली के महत्व पर अपने बहुमूल्य विचार साझा किए। उन्होंने इस दौरान बताया कि कैसे पूरा विश्व आज के समय में आयुर्वेद की महत्ता समझ कर इसका अनुसरण कर रहा है। बैठक के पैनलिस्टों में आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील जोशी, चरक संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो हरि मोहन, भारतीय चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ जे एन नौटियाल एवं एमबीबीएस डॉ संजीवन देवधर आदि शामिल हुए।
दोपहर के सत्रों में तनाव से राहत के लिए डॉ रवि जोशी द्वारा एक योग सत्र में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इसके अलावा प्रसिद्ध विचारक एवं धार्मिक गुरू स्वामी सुखबोधानंद, मुंबई के जुहू इस्कॉन मंदिर के प्रमुख गौरांग प्रभु एवं आर्ट ऑफ लिविंग के अक्षत जोशी के भक्ति सत्रों एवं सत्संगों ने पूरे माहौल को भक्तिमय कर दिया। शाम को गंगा आरती के बाद एक भव्य लेजर शो हुआ जिसकी रोशनी ने पूरे शहर को जगमगा दिया।
अंत में मैहर संगीत बैंड एवं मिराकल ऑन व्हील्स समूह की मनमोहन प्रस्तुतियाँ एक ओर दर्शकों के लिए कौतूहल का विषय रहीं वहीं दूसरी ओर इन्होंने दर्शकों को थिरकने पर भी मजबूर कर दिया।
चौथे दिन देर शाम ऋषिकेश गंगा रिजॉर्ट मुनी की रेती में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग फेस्टिवल में सांस्कृतिक कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने शिरकत करी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिमाचली लोक बैंड ने अपनी प्रस्तुतियां दी। हिमाचली लोग बैंड ने अपनी धुनों पर प्रांगण में मौजूद लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।