देहरादून। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूसीएडीए) ने एक बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि उत्तराखंड में हेली सेवाओं का संचालन नियमानुसार व्यवस्थित ढंग से हो रहा है। आगामी चारधाम यात्रा के दौरान भी श्री केदारनाथ धाम में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के प्रोटोकॉल के अनुसार ही हेली सेवा का संचालन किया जाएगा।
रविवार 17 अप्रैल को जारी एक बयान में, उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूसीएडीए) ने कहा कि श्री केदारनाथ जी में सुरक्षा के सभी एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं। डीजीसीए द्वारा केदार घाटी में एक समय में छह से अधिक हेलीकॉप्टरों को उड़ान भरने की अनुमति नहीं है और उसी के लिए सख्त रोस्टरिंग की जाती है”, एक पूर्ण सुरक्षा उपाय के रूप में, सभी ऑपरेटरों के पास दोनों हेलीपैड में अपने कर्मचारी होते हैं। वे रेडियो के माध्यम से एक दूसरे के साथ और हेलीकाप्टरों के साथ संचार संपर्क में रहते हैं। मौसम संबंधी किसी भी अपडेट को संबंधित हेलीपैड और कर्मचारियों द्वारा हेलीकॉप्टर को नियमित आधार पर भेजा जाता है। इसके अलावा सुरक्षा तंत्र को बढ़ाने के लिए हेलीपैड पर विंड सॉक्स के माध्यम से विंड इंडिकेटर लगाए गए हैं। हेलीकॉप्टर नियमित अपडेट के लिए एक दूसरे के संपर्क में भी हैं।
यूकाडा की सीईओ सुश्री सोनिका ने कहा कि ये समय-परीक्षणित ऑपरेशन हैं और डीजीसीए इन ऑपरेशनों का नियमित सुरक्षा ऑडिट करता है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में श्री केदारनाथ मंदिर के लिए हेली सेवाएं तीर्थयात्रियों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं और उनमें से बड़ी संख्या में विशेष रूप से वृद्ध तीर्थयात्रियों के लिए कठिन यात्रा के बजाय श्री केदारनाथ के लिए हेली सेवा लेना पसंद करते हैं।