वित्त वर्ष 2024-25 में इफको का शानदार प्रदर्शन, नैनो उर्वरकों की बिक्री में 47% की वृद्धि

देहरादून। विश्व की नंबर 1 सहकारी संस्था, इफको ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कर-पूर्व लाभ के रूप में 3,811 करोड़ रुपये का मुनाफ़ा दर्ज किया, साथ ही नैनो उर्वरकों की बिक्री में 47% की वृद्धि दर्ज की। इस वित्त वर्ष (2024-2025) में नैनो-उर्वरकों की 365.09 लाख बोतलें बेची गईं, जबकि पिछले वित्त वर्ष (2023-2024) में 248.95 लाख बोतलें बेची गई थीं। वित्त वर्ष 24-25 के दौरान इफको ने 41,244 करोड़ रुपये का कारोबार दर्ज किया।

इफको के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि यह देश के पूरे सहकारी क्षेत्र के लिए गर्व की बात है कि इफको के शानदार विकास के आंकड़े “सहकार से समृद्धि” के सपने को साकार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि समिति ने लगातार तीन वित्तीय वर्षों में 3000 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ दर्ज किया है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले 23 लगातार वर्षों से इफको ने अपने सदस्यों को चुकता शेयर पूंजी पर 20% लाभांश देकर पुरस्कृत किया है – जो न्यायसंगत और सतत विकास के प्रति इसके समर्पण और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय के समर्थन से नैनो-उर्वरक समिति के लिए प्रमुख फोकस क्षेत्र रहा है, व्यापक जागरूकता अभियान और अनुसंधान ने किसानों के बीच उत्पादों की स्वीकृति बढ़ाने में समिति की मदद की है।

वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान बेची गई 365 लाख बोतलों में से 268 लाख बोतलें इफको नैनो यूरिया प्लस (लिक्विड) और 97 लाख बोतलें इफको नैनो डीएपी (लिक्विड) की बेची गईं। वित्त वर्ष 2023-24 की तुलना में इफको नैनो यूरिया प्लस (लिक्विड) की बिक्री 31% और इफको नैनो डीएपी (लिक्विड) की बिक्री 118% अधिक है। यह बिक्री मात्रा 12 लाख मीट्रिक टन पारंपरिक यूरिया और 4.85 मीट्रिक टन पारंपरिक डीएपी के बराबर है। इफको के डब्ल्यूएसएफ/स्पेशलिटी फर्टिलाइजर्स/सागरिका ग्रेन्युल फर्टिलाइजर ने 1.92 लाख मीट्रिक टन की बिक्री हासिल की है। डब्ल्यूएसएफ/स्पेशलिटी फर्टिलाइजर्स की बिक्री 1.30 लाख मीट्रिक टन है जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 2% अधिक है। सागरिका लिक्विड की बिक्री 11.55 लाख लीटर है जो 33% अधिक है, सागरिका ग्रेन्युल 68,000 मीट्रिक टन है जो 28% अधिक है और जैव-उर्वरकों की बिक्री 8.61 लाख लीटर है जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 35% अधिक है।

इफको के प्रबंध निदेशक, डॉ. यूएस अवस्थी ने कहा कि इफको मिट्टी में मूल खुराक के रूप में प्रयोग के लिए दानेदार रूप में नैनो एनपीके उर्वरक भी लॉन्च करेगा। नैनो एनपीके उर्वरक मैग्नीशियम, सल्फर, जिंक और कॉपर से समृद्ध है जो फसल उत्पादकता बढ़ाने में मदद करेगा और पोषक तत्वों के नुकसान को कम करेगा। लिक्विड नैनो यूरिया प्लस और लिक्विड नैनो डीएपी के साथ यह मिट्टी से पारंपरिक रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को खत्म कर सकता है। यह प्राथमिक पोषक तत्वों की उच्च उपयोग दक्षता के साथ संतुलित पोषण को और बढ़ावा देगा। उन्होंने आगे कहा कि इफको सूक्ष्म पोषक तत्वों की जरूरत को पूरा करने के लिए 100 मिलीलीटर की बोतल के आकार में तरल रूप में नैनो जिंक, नैनो कॉपर भी लॉन्च करेगा। नैनो प्रौद्योगिकी, ड्रोन प्रौद्योगिकी, एआई प्रौद्योगिकियों को शामिल करके, इफको देश भर में कृषि और खाद्य मूल्य श्रृंखला को बदल रहा है इफको ने 40 से अधिक देशों में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है, जिसमें अमेरिका, ब्राजील, स्लोवेनिया, मॉरीशस, जाम्बिया, नेपाल और बांग्लादेश में उत्कृष्ट प्रदर्शन और कम उर्वरक उपयोग दर्ज किया गया है। इसके अलावा, प्रबंध निदेशक ने स्वदेशी आविष्कारों के साथ ‘देशी’ बीजों को संरक्षित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, इसी तर्ज पर इफको ने कलोल इकाई में एक अत्याधुनिक बीज नवाचार केंद्र बनाने की पहल भी की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *