देहरादून। उत्तराखंड में सोलर एनर्जी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए नोएडा स्थित जैक्सन ग्रुप की सहयोगी कंपनी जैक्सन सोलर ने देहरादून में एक ईपीसी मीट का आयोजन किया। इसमें ईपीसी सेक्टर से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया। इस मीट में कंपनी ने बताया कि राज्य में चल रही मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना का राज्य के भीतर लाभ दिलाने के लिए उसकी भूमिका अहम है। साथ ही उसके पास उन्नत तकनीकी भी है। इस कार्यक्रम को राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ राज्य की 40 से अधिक कंपनियों ने राज्य की सौर ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने के लिए कंपनी के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई। कंपनी इस कदम के जरिए राज्य के भीतर रोजगार के अवसर बढ़ाने में योगदान देना चाहती है।
राज्य के भीतर सौर ऊर्जा के साझा उपक्रमों के विकास में जैक्सन सोलर ने अहम भूमिका निभाई है। राज्य के धारी गांव में 500 केडब्ल्यूपी क्षमता वाले प्रोजेक्ट के जरिए कंपनी ने नवीनीकृत ऊर्जा के क्षेत्र में जनभागीदारी बढ़ाने का कार्य किया। कंपनी ने यहां पहाड़ पर 4 मेगावॉट के सोलर प्लांट की स्थापना की। यह यहां के स्थानीय पर्यावरण को संरक्षित करने की दिशा में एक अहम कदम है। राज्य में कंपनी का दूसरा सोलर प्लांट देहरादून स्थित जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पर लगाया है। यह भी कंपनी की टिकाऊ विकास के प्रति प्रतिबद्धता का ही परिणाम है।
नवीनीकृत ऊर्जा के क्षेत्र में कंपनी के अहम योगदान पर जैक्सन सोलर के प्रमुख मृदुल गुप्ता ने कहा, उत्तराखंड में हमारे सोलर सेक्टर में किए जा रहे सारे कार्य राष्ट्र के टिकाऊ विकास और राज्य की नैसर्गिक खूबसूरती की पहचान को बरकरार रखने के लिए हमारी दोहरी प्रतिबद्धता के तहत उठाए गए कदम है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि राज्य की आबोहवा पूरी तरह से साफ रहे। हमारी आगे की योजना नए सहयोग और लगातार प्रगति पर केंद्रित है। इसके जरिए कंपनी भारत की अक्षय ऊर्जा कहानी में एक महत्वपूर्ण शक्ति बनी रहेगी।”
बैठक में नई साझेदारियां बनीं जो उत्तराखंड में सोलर एनर्जी को बढ़ावा देंगी। कंपनी का इरादा आगे भी इस तरह की मीट आयोजित करने की है। वह पूरे देश में अपने उन्नत सोलर समाधानों को पहुंचाना चाहती है। यह टिकाऊ ऊर्जा के भविष्य को हासिल करने की दिशा में उसकी तरफ से उठाए गए कदम है।