देहरादून। देश-विदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और निवेश की संभावनाएं तलाशने के उद्देश्य से निदेशक संस्थान (आईओडी) के तत्वावधान में डायरेक्टर डायलॉग के पांचवें संस्करण का आयोजन किया गया। बुधवार को आयोजित वेबीनार में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) कर्नल अश्विनी पुंडीर ने उत्तराखंड पर्यटन का प्रतिनिधित्व किया। कार्यक्रम में देश-विदेश के पर्यटन उद्योग से जुड़े कारोबारी, निवेश समेत अन्य लोगों ने प्रतिभाग किया।
आईओडी संस्था दुनिया भर में पर्यटन को बढ़ावा देने और निवेश की संभावनाओं को तलाशने के लिए सरकारी विभागों, कारोबारियों, निवेशों के साथ मिलकर काम करती है।
बतौर गोल्ड पार्टनर प्रतिभाग करते हुए यूटीडीबी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) कर्नल अश्विनी पुंडीर ने कहा कि उत्तराखंड में साहसिक, शीतकालीन और धार्मिक पर्यटन की अपार संभानाएं हैं। केंद्र सरकार के सहयोग से प्रदेश सरकार राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पर्यटन उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है और रोजगार सृजन का भी एक प्रमुख स्रोत है। राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन का योगदान 15.45 प्रतिशत है। राज्य ने पिछले दस वर्षों में लगभग 12 फीसदी पर्यटन आगमन की निरंतर वृद्धि दर देखी है। नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है।
कर्नल अश्विनी पुंडीर ने कहा कि कोरोनाकाल में सभी सेक्टर के साथ पर्यटन उद्योग को भी भारी नुकसान हुआ है। इससे उभरने के लिए राज्य सरकार की ओर से बड़े राहत पैकेज की घोषणा कर पर्यटन उद्योग से जुड़े कारोबारियों की आर्थिक मदद की गई। इतना ही नहीं सरकार की ओर से पर्यटन उद्योग से जुड़े कारोबारियों तक कई सरकारी योजनाओं का भी लाभ पहुंचाया गया। जबकि देश में पर्यटन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए उत्तराखंड ने सर्वश्रेष्ठ वन्य जीवन स्थल, सर्वश्रेष्ठ साहसिक पर्यटन स्थल और सर्वश्रेष्ठ आध्यात्मिक स्थल का राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल किए। देश-विदेश से उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। पुराने पर्यटन स्थलों का सौंदर्यीकरण करने के साथ नए पर्यटन स्थल विकसित किए जा रहे हैं।
वेबीनार में आईओडी के प्रबंध निदेशक रिटायड आईएएस अशोक कपूर, भारत सरकार के कॉर्पोरेट मामलों के डीजी व सीईओ रिटायड आईएएस प्रवीण कुमार, यूटीडीबी के उप निदेशक योगेंद्र कुमार गंगवार, अशोक लवासा, दिनेश वाघमारे, राजीव आनंद आदि मौजूद रहे।