सल्ट (अल्मोड़ा)। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट तहसील के ग्राम थला तड़ियाल (मौडाली) से जातीय भेदभाव का एक शर्मनाक मामला सामने आया है। तड़ियाल गांव के कुछ सवर्णों पर अनुसूचित जाति के दूल्हे को घोड़े से उतारने की कोशिश करने और बारात रोकने का आरोप लगा है। इस संबंध में दूल्हे के पिता और अन्य लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उधर एसडीएम के निर्देश पर राजस्व पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
तड़ियाल गांव के निवासी दर्शन लाल ने बीते मंगलवार को सल्ट एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि सोमवार को उनके पुत्र विक्रम कुमार का विवाह हुआ। आरोप लगाते हुए दर्शन लाल ने कहा कि गांव के मजबाखली के कुछ पुरुष और महिलाओं ने बारात रोक उनके बेटे को जबरन घोड़े से नीचे उतार दिया। आरोप लगाया कि उन ग्रामीणों ने अनुसूचित जाति का होने के कारण दूल्हे को जबरन घोड़े से उतारने की कोशिश की। दर्शन का आरोप है कि उन सवर्ण ग्रामीणों ने दूल्हे को घोड़े से नहीं उतारने पर बारातियों को मारने की भी धमकी दी। साथ ही उन्होंने उनसे जाति सूचक शब्दों का भी प्रयोग किया। दूल्हे के पिता ने आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। आरोप है कि बारात रोकने के वक्त वहां मौजूद अधिकांश महिलाओं द्वारा यह कहा गया कि अभी उनकी किस्मत अच्छी है, क्योंकि उनके अधिकांश पुरुष वर्ग अभी घर पर नही हैं, नहीं तो अंजाम बुरा होता।