बासुलिसेरा। कोविड संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार का दावा है कि दिसंबर तक उत्तराखण्ड के सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग जायेगी। किन्तु दूर दराज के गांवों में तो अभी तक पहली ही डोज नहीं लग पा रही है। सरकार को दूर दराज के गावों में जगह जगह कैम्प लगाने होंगे तभी हम दिसंबर तक वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का दावा कर सकते हैं। द्वाराहाट ब्लाक का जाना माना गांव डोटल गांव व हाट बासुलिसेरा के लोग वैक्सीन लगाने के लिए बिंता के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लगभग 10 से 15 किलोमीटर दूर जाने को मजबूर हैं और यदि वहां वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो रही है तो मायूस होकर वापस आ रहे हैं।
बासुलिसेरा में बड़ा अस्पताल होने के बावजूद वहां कोई भी डॉक्टर तैनात नहीं है लोग इलाज के लिए भी रानीखेत या फिर शहर का रूक करते हैं।
डोटल गांव की प्रधान नीमा देवी ने कहा कि राज्य सरकार, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत व जिला प्रशासन को इस ओर भी ध्यान देने की जरूरत है। यदि बासुलिसेरा के अस्पताल में डाक्टरों की तैनाती की जाये तो स्थानीय लोगों को बेहतर इलाज मिल सकता है। उन्होंने राज्य सरकार, स्वास्थ्य मंत्री व जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि डोटल गांव के साथ ही आस-पास के गांवों के लोगों के लिए बासुलिसेरा के अस्पताल में कोविड की वैक्सीन लगाने की सुविधा उपलब्ध करायें।
पूर्व प्रधान मोहन सिंह कुमैया ने बताया कि सोमवार को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बिंता में कोविड वैक्सीन लगाई जा रही थी किन्तु ग्रामवासियों को वैक्सीन उपलब्ध ही नहीं हो पाई। डोटल गांव व हाट बासुलिसेरा के लोग बिना वैक्सीन लगाये ही वापस घरों को वापस आये और ग्रामवासियों ने काफी नराजगी जताई है।