देहरादून। दुनिया भर में 450 मिलियन से ज़्यादा एक्टिव यूज़र्स की कम्युनिटी वाला ट्रूकॉलर, अब सिर्फ कॉलर आईडी की सेवा देने वाला माध्यम नहीं रह गया है; अब ये एक भरोसेमंद गाइड बन गया है, जो लोगों को बताता है कि कौन कॉल कर रहा है, और हर बार कॉल का मकसद क्या है।
ट्रूकॉलर ने सिर्फ कॉलर का नाम दिखाने के बजाय, अब एआई की मदद से अपने यूजर्स को आने वाली कॉल्स के बारे में और भी गहराई से जानकारी देना शुरू कर दिया है। इसमें यूज़र कमेंट्स की एआई समरी भी दी जाती है। यूजर्स को तुरंत मिलने वाली इस तरह की जानकारी एडवांस्ड एआई क्लासिफिकेशन मॉडल पर काम करती है और लाखों एक्टिव यूज़र्स से रोज़ाना मिलने वाली रिपोर्ट से लगातार बेहतर होती रहती है, जिसमें संभावित धोखाधड़ी को पहचानना, स्पैम की पहचान करना और अलग-अलग बिजनेस कैटिगरी बारे में जानकारी देना शामिल है।
वास्तविक समय में उपलब्ध जानकारी यह न सिर्फ यूज़र के भरोसे और सुरक्षा को बढ़ाती है, बल्कि नेक्स्ट जेनरेशन कॉलर आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी में ट्रूकॉलर की लीडरशिप को भी मजबूत करती है। हालाँकि, कंपनी अलग-अलग बिज़नेस की पहचान के लिए वेरिफाइड बिज़नेस बैज भी देती है, लेकिन यूज़र्स को दिखाई जाने वाली ज़्यादातर जानकारी एआई द्वारा अपने आप ही तैयार की जाती है — जिसके लिए मैन्युअल लेबलिंग और किसी बिज़नेस रजिस्ट्रेशन की कोई ज़रूरत नहीं होती है।
टेलीकॉम ऑपरेटरों की ओर से दी जाने वाली सामान्य कॉलर आईडी सेवा में सिर्फ नाम (अगर उपलब्ध हो) और कभी-कभी बस साधारण स्पैम टैग से ज़्यादा कुछ नहीं होता है, वहीं दूसरी ओर ट्रूकॉलर इसके लिए एआई और वास्तविक समय की जानकारी का उपयोग करता है। इससे सुरक्षा का स्तर कहीं बेहतर और ज़्यादा समझदारी भरा बन जाता है।
इस मौके पर ट्रूकॉलर के ग्लोबल सीईओ, रिशित झुनझुनवाला ने कहा, “लोग अनजान कॉल्स का जवाब देने में हिचकिचाते हैं क्योंकि उन्हें कॉल की सही वजह पता नहीं होती, जो आज के दौर में काफी मायने रखती है। इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए ट्रूकॉलर को बनाया गया है: इसका उद्देश्य सिर्फ कॉलर की पहचान करना नहीं, बल्कि कॉल करने की वजह समझने में आपकी मदद करना भी है। क्या ये कॉल आपके किसी जान-पहचान वाले का है, कोई डिलीवरी पार्टनर है, कोई बिज़नेस है या फिर कोई स्कैम है? हमारा एआई वास्तविक समय के डेटा और उससे संबंधित सिग्नल्स का उपयोग करता है, ताकि फ़ोन की घंटी बजते ही आपको जानकारी मिल जाए, और इस तरह आप बेझिझक होकर समझदारी भरा फैसला ले पाते हैं। बस ये जानना कि ‘कौन’ कॉल कर रहा है, कहानी का सिर्फ एक हिस्सा है।”