देहरादून। चार दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के विकास के लिए कई योजनाओं की सौगात दे चुके हैं। रोचक तथ्य यह है कि उत्तराखंड का विकास प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के प्रति अपना विशेष स्नेह दिखाया भी। केदारनाथ का पुनर्निर्माण और चारधाम को जोड़ने वाली ऑल वेदर रोड उनके ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री केदारनाथ में विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने के अलावा कई और योजनाओं की सौगात दे चुके हैं।
प्रधानमंत्री 2025 तक नए उत्तराखंड के निर्माण का संकल्प भी दिखाते है। उसी कड़ी में लगातार प्रदेश को योजनाओं की सौगात मिल रही है। प्रधानमंत्री का उत्तराखंड से भावनात्मक लगाव भी है। इसलिए जब भी उत्तराखंड में प्रधानमंत्री जाते हैं वहां से कोई न कोई बड़ा संदेश भी देते हैं। इतना ही नहीं प्रदेश में पांच माह पूर्व ही हुए नेतृत्व परिवर्तन को बेहतर बताते हैं और प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ भी करते हैं। दूसरी ओर 2025 में नए उत्तराखंड का संकल्प लेते हुए धामी भी अपनी सभाओं में कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री ने जो विजन रखा है उसे वे जरुर पूरा करेंगे। हाल ही में एक इंटरव्यू में धामी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश में विकास की रफ्तार को तेज कर दिया है। जो योजनाएं अधूरी हैं उसके लिए भी रोडमैप बनाया जा चुका है। यही बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कहते आ रहे हैं। ऋषिकेश एम्स में ऑक्सीजन प्लांट के लोकार्पण अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा था कि उत्तराखंड की टीम अच्छा काम कर रही है। केंद्र की सरकार भी प्रदेश सरकार की पूरी मदद कर रही है।
उत्तराखंड अगले तीन चार सालों में गठन के 25 वर्ष पूरे करने जा रहा है। भाजपा सरकार का डबल इंजन प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
प्रधानमंत्री 4 दिसंबर को देहरादून में लगभग 18,000 करोड़ रुपये लागत की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसमें दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे जंक्शन से देहरादून तक) शामिल है, जिसे लगभग 8300 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री इस दौरे पर देहरादून में बच्चों की यात्रा के लिए सड़कों को सुरक्षित बनाकर शहर को बाल हितैषी बनाने के लिए चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट, देहरादून की आधारशिला भी रखेंगे। प्रधानमंत्री देहरादून में अत्याधुनिक इत्र और सुगंध प्रयोगशाला (सुगंधित पौधों के लिए केंद्र) का भी उद्घाटन करेंगे। यहां किया गया शोध इत्र, साबुन, सैनिटाइजर, एयर फ्रेशनर, अगरबत्ती आदि सहित विभिन्न उत्पादों को बनाने के लिए उपयोगी साबित होगा और इससे क्षेत्र में संबंधित उद्योगों की स्थापना भी होगी। यह सुगंधित पौधों की अधिक उपज देने वाली उन्नत किस्मों के विकास पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।