हल्द्वानी : नगर निगम की दुकानों का वर्षों से किराया दबाए बैठे व्यापारियों पर निगम प्रशासन सख्ती करने की तैयारी में है। निगम प्रशासन ने एक सप्ताह पहले बकायेदारों को अंतिम नोटिस जारी कर 31 मार्च तक का समय दिया था। शहर के 46 व्यापारी ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक किराया जमा नहीं कराया है। व्यापारियों पर दुकान किराया, जीएसटी व स्वच्छता कर समेत करीब 30 लाख की देनदारी है।नगर निगम की कालाढूंगी रोड, वर्कशाप लाइन, काठगोदाम, तिकोनिया, जजी परिसर के पास, जगदम्बा नगर, रामपुर रोड, बरेली रोड, राजपुरा के अलावा बाजार क्षेत्र में रामलीला मोहल्ला, मंगलपड़ाव, पटेल चौक, नया बाजार, पैठपड़ाव, साहूकारा लाइन, चौक बाजार आदि इलाकों में 1173 दुकानें किराये पर चलती हैं। शहर के कई व्यापारियों ने 2018 से दुकान किरया जमा नहीं कराया है।पिछले तीन से चार वर्षों के दौरान का दुकानदारों का 50 हजार से लेकर दो लाख तक बकाया है। 2018 से भी पहले से किराया जमा नहीं करा रहे एक व्यापारी पर 2.55 लाख की देनदारी पहुंच गई है। बाजार भाव से मामूली किराया देने में भी आनाकानी कर रहे 65 व्यापारियों को निगम ने अंतिम नोटिस जमा किया था। इसमें कुछ व्यापारियों ने पूरा तो कुछ ने आंशिक किराया जमा करा दिया है। 46 बकायेदारों के दुकानों पर कब्जे लेने की तैयारी है।सहायक नगर आयुक्त गौरव भसीन ने बताया कि किराया न देना किरायेदारी नियमावली का उल्लंघन है। ऐसे व्यापारियों के खिलाफ शुक्रवार से अभियान शुरू किया जाएगा। जिन दुकानों का किराया जमा नहीं हुआ है उन पर निगम अपना कब्जा प्राप्त करेगा। इसके लिए पहले लिखित रूप से चेताया गया है।नगर निगम की टीम ने गुरुवार को मंगलपड़ाव क्षेत्र में जाकर अतिक्रमण का फालोअप लिया। ठेले वालों को ठेले व्यवस्थित तरीके से लगाने के निर्देश दिए। मछली बाजार में मुनादी कराकर कब्जे छोडऩे के लिए चेताया। दो मीट विक्रेताओं ने अपने कागज दिखाए। पांच लोग मौके से फरार हो गए।