देहरादून। देश के पहले सीडीएस जनरल स्व. बिपिन रावत को जयंती पर याद किया गया। इस दौरान अपने हीरो को याद कर लोग भावुक हो गए। शहर में अलग-अलग जगहों पर सीडीएस बिपिन रावत की जयंती पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए। दून विश्वविद्यालय में वीरभूमि फाउंडेशन द्वारा सीडीएस जनरल बिपिन रावत की जयंती पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बड़ी संख्या में युवाओं ने रक्तदान किया। इस मौके पर मेयर सुनील उनियाल गामा व फाउंडेशन के सदस्य मौजूद रहे।
वहीं दून विश्वविद्यालय में आयोजित सेमिनार को संबोधित करते पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सीडीएस बिपिन रावत जैसे योद्धा के चले जाने से इस देश को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है। कार्यक्रम में विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, आइटीबीपी के एडीजी मनोज रावत, ब्रिगेडियर शिवेंद्र सिंह, निदेशक डीआरडीओ, डॉ. बीके दास, लेफ्टिनेंट जनरल सेनि. जयबीर सिंह नेगी आदि मौजूद हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी स्व. बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा ‘ वीर थे, रणधीर थे, दुर्जेय शूरवीर थे। उत्तराखंड के गौरव, भारत के प्रथम रक्षा प्रमुख और भारतीय थल सेनाध्यक्ष, पद्म विभूषण से अलंकृत स्व. जनरल बिपिन रावत की जयंती पर उन्हें अशेष नमन्।
भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत की याद में यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूसन ऑफ इंडिया (यूएसआई) ने ‘चेयर ऑफ एक्सीलेंस’ स्थापित करने की घोषणा की है। इसकी जानकारी आर्मी प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने दी।
जनरल रावत की पिछले वर्ष आठ दिसम्बर को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गयी थी। इसमें इस हेलीकॉप्टर में जनरल रावत की पत्नी समेत कुल 14 लोग सवार थे। हादसे में सभी की दुखद मौत हो गई थी।