देहरादून। उत्तराखंड राज्य के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने आज पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मे.ज.(रि.) भुवन चंद्र खंडूरी से उनके आवास पर मुलाकात की एवं उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
उत्तराखंड राज्य के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने आज देव भूमि उत्तराखण्ड में वृक्षों के संरक्षण की मुहिम “चिपको आंदोलन” की 49वीं वर्षगांठ पर सभी आंदोलनकारियों, पर्यावरण प्रेमियों को नमन किया। उन्होंने कहा की सम्पूर्ण धरा की बेहतरी के लिए आइये, वनों के संरक्षण और पर्यावरण के हित में कार्य करने का संकल्प लें।
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने जानकारी देते हुये बताया की उत्तराखंड में आज नई भाजपा सरकार का गठन होने के बाद मंत्रीमंडल की पहली बैठक हुई, बैठक में तय किया गया कि 12 फरवरी 2022 को समान नागरिक संहिता लागू करने का जो संकल्प जनता के सामने किया गया था, उस संकल्प को सरकार हर हालत में शीघ्र पूरा करेगी, इसके लिए जल्द ही एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया की आज उत्तराखंड की नवनिर्वाचित सरकार की पहली कैबिनेट बैठक के मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक तथा प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सरकार का दृष्टि पत्र सौंपा। ये वही दृष्टि पत्र है, जिसके बल पर उत्तराखंड में लगातार दूसरी बार कमल खिला है। इस दृष्टि पत्र में अंकित विकास की एक एक धारा को धरातल पर उतारा जाएगा। आपसे किया हर एक संकल्प पूरा करने के लिए आपकी सरकार तैयार है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जनता की उम्मीदों को संजो कर आगे बढ़ने के लिए कृत संकल्पित है।
इससे पहले कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने अपने आदर्श और मार्गदर्शक स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। उन्होंने देहरादून स्थित शहीद स्मारक पर पहुंचकर उत्तराखंड राज्य के आंदोलनकारी वीर सपूतों को नमन किया।
गौरतलब हैं की कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा सितारगंज से दूसरी बार विधायक बने हैं। सौरभ पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बेटे हैं। एचएन बहुगुणा परिवार की तीसरी पीढ़ी है।
इस अवसर पर सौरभ बहुगुणा ने कहा की केंद्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व का हार्दिक आभार एवं धन्यवाद साथ ही सितारगंज की समस्त देवतुल्य जनता का हृदय की गहराइयों से आभार। आपके आशीर्वाद और आपके साथ की बदौलत आज मुझे उत्तराखंड कैबिनेट में मंत्री बनने का मौका मिलने जा रहा है। मैं वादा करता हूं, इस नए सफर में आपका साथ नहीं छोडूंगा, आप मेरी हिम्मत हैं और मैं सदैव आपका सेवक रहूंगा।