देहरादून। प्रदेश की राजधानी में राजपुर पुलिस ने जिस्म फरोशी के घंधे का खुलासा करते हुए 3 महिलाओं सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चार मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड व 12,500 नकद बरामद किये हैं।
प्रभारी एयूटीएच/इंस्पेक्टर ऐश्वर्या पाल ने बताया कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि जाखन क्षेत्र स्थित दून विहार में एक मकान में देह व्यापार का धंधा चल रहा है। जिसे मयूर गर्ग एवं उसका भाई मयंक गर्ग चला रहे हैं। सूचना मिलने पर वे एसआई मोहन सिंह, अनीता रावत, कां. धर्मेंद्र, रचना तथा एसओजी के एसआई दीपक धारीवाल, कां. ललित, अमित तथा देवेंद्र के साथ दून विहार, अचार वाली गली के मोड़ पर पहुंचे और मकान पर धावा बोला और मकान के गेट से अंदर आकर बरामदे में पहुंचे तो बरामदे के सामने दाहिने कमरे में तीन पुरुष व एक महिला मौजूद मिले जो पुलिस को देखकर सकपका गये।
नाम पता पूछते हुये उनकी जामा तलाशी ली गई तो पहले व्यक्ति ने अपना नाम मयंक गर्ग पुत्र पुरुषोत्तम गर्ग निवासी इसरा मौहल्ला, गंगोह थाना गंगो जिला सहारनपुर उ.प्र. बताया। महिला ने अपना नाम सुप्रिया गर्ग बताया और स्वयं को मयंक गर्ग की पत्नी बताया। तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम मनोज सिंघल पुत्र शंकरलाल सिंघल निवासी बजरिया मौहल्ला कीर्तन वाली गली, बादलपुर, गाजियाबाद बताया । चैथे व्यक्ति ने अपना नाम राहुल शर्मा पुत्र कालीचरण निवासी गली नं. 7 पंचकुला कालोनी, निकट भारत धर्म कांटा, लालकुआँ, बादलपुर जिला गाजियाबाद, उ.प्र. बताया।
पूछताछ करने पर सुप्रिया ने बताया कि मैं, मेरा पति मयंक गर्ग इनका भाई मयूर गर्ग, मनोज सिंघल उर्फ मन्नू बाबा, राहुल शर्मा बाहर दिल्ली गाजियाबाद आदि जगहों से लड़कियों से संपर्क कर उन्हें देह व्यापार हेतु यहां बुलाते हैं एवं उनसे वेश्यावृत्ति कराकर धनार्पजन करते हैं। जिसमें आधा रुपया इन लड़कियों को देते हैं। मेरे पति का भाई मयूर गर्ग नेट पर साइट पर उक्त वेश्यावृति के संबंध में संपर्क नं. डालकर जानकारी डालता है। दिये गये मोबाइल नंबरों पर काॅल या मैसेज आने पर मैं एवं मेरा पति मयंक तथा मनोज एवं राहुल ग्राहकों को अटेंड करते हैं तथा ग्राहकों को लड़कियों की फोटो तथा रेट भेजते हैं। पसंद आने पर ग्राहकों को लड़कियां सप्लाई करते हैं।
मयंक गर्ग व सुप्रिया के मोबाइल से मनोज सिंघल तथा राहुल शर्मा के फोन से 2 लड़कियों की फोटो लगातार कई लोगों को भेजी गई है। उक्त दोनों लड़कियों के बारे में पूछने पर बताया उक्त चारों ने बताया गया कि ये दोनों लड़कियां हमने दिल्ली व गाजियाबाद से वेश्यावृत्ति हेतु बुलाया है, जिनको हमने यहां पास में शिखा होटल में रुकवाया है। इस पर पुलिस तुरंत सुप्रिया, मयंक, मनोज व राहुल को लेकर शिखा गेस्ट हाउस पहुंचे तो रिसेप्शन पर मौजूद मैनेजर पंकज रावत पुत्र आनंद सिंह निवासी डफलड़ा, थाना श्रीनगर, पौड़ी गढ़वाल ने बताया कि कमरा नंबर 211 में एक लड़का व एक लड़की रुकी है। उसने मयंक को देखकर बताया कि इसने एवं इसके भाई मयूर ने इन लोगों को यहां रुकवाया है एवं उनके रुकने के बिल का भुगतान भी यही लोग करते हैं। इस पर इंस्पेक्टर एश्वर्या पाल ने कमरा नं. 211 को चेक किया तो दरवाजा अंदर से बंद था। उन्होंने दरवाजे पर कान लगाकर सुना तो अंदर से एक महिला पुरुष की आवाज आ रही थी। महिला पुरुष से कह रही है मुझे ज्यादा पैसा दोगे तो मैं सेक्स में और मजा दूंगी। वहीं, पुरुष कह रहा था कि तू मुझे खुश कर दे मैं भी तुझे खुश कर दूंगा। इस यकीन पर कि अंदर देह व्यापार चल रहा है। उन्होंने कमरे का दरवाजा खुलवाया तो एक व्यक्ति जो कि मात्र अण्डरवियर में था उसके द्वारा कमरा खोला गया। अन्दर झांककर देखा तो एक महिला नग्न अवस्था में लेटी थी जिसने बिस्तर पर पड़ी चादर में स्वयं को ढक रखा था। जिसके बाद महिला कां. रचना को अंदर भेजकर व पुरुष को बाहर बुलाकर कपड़े पहनाये। नाम पता पूछते हुए जमातलाशी ली तो पुरुष ने अपना नाम सैफ खान (19 वर्ष) पुत्र राशिद खान निवासी एमडीडीए कालोनी, केदार पुरम थाना नेहरू कालोनी, देहरादून बताया। उसकी जींस की अगली जेब से 2 कण्डोम एक पैकिट सील बन्द व एक अध खुला तथा बाईं जेब से एक मोबाइल मिला।
पूछताछ करने पर सैफ ने बताया कि मैं मयूर गर्ग, मयंक गर्ग तथा सुप्रिया गर्ग को जानता हूं। मुझे सेक्स की इच्छा होती है तो मैं इन लोगों से संपर्क कर लेता हूं। ये मुझे लड़कियां उपलब्ध करा देते हैं। मैं प्रत्येक शाॅट के इनको 2000 रुपये देता हूं।
महिला कां. रचना एव एसआई अनीता रावत द्वारा लड़की की तलाशी लेने पर उसके पास से 1000 रुपये एवं रोजगारी कार्य का सामान व मोबाइलमिला। पूछताछ पर उसने बताया कि मेरा नाम आलिया खान पुत्री अनवर खान निवासी करेरा कलोनी गली नं. 104, हवाई अड्डा, गाजियाबाद है। मैं कक्षा 10 तक पढ़ी हूं। मेरा मयूर तथा मनोज से पुराना संपर्क है। मैं पहले भी इनके कहने पर देहरादून आती रहती हूं एवं उनके माध्यम से कस्टमरांे के साथ सेक्स हेतु जाती हूँ। कस्टमरो से मिले पैसो में आधा मैं रख लेती हूं । इस बार भी मयूर के बुलाने पर जिस्मफरोशी हेतु मैं 2 दिन पहले यहां आई थी और आज इस कस्टमर सैफ के साथ भी मैं पैसे लेकर सेक्स कर रही थी। इस काम में आसानी से पैसे मिलने के कारण मुझे जिस्मफरोशी करना अच्छा लगता है । यह जो पैसे मुझसे मिले हैं यह भी इसी काम के हैं।
इसके बाद जब पुलिस ने कमरा नंबर 212 को खुलवाया तो एक महिला द्वारा कमरा खोला गया जिसे देखकर मयंक गर्ग तथा मनोज सिंघल द्वारा बताया कि यह वह महिला है जिसे हमने दिल्ली से यहां जिस्मफरोशी हेतु बुलाकर रुकवाया है। महिला से पूछताछ पर महिला ने अपना नाम सलमा रहमान पत्नी अब्दुल रहमान निवासी जेजी 27, 1 फ्लोर, खिड़की एक्सटेंशन, मालवीय नगर दक्षिण दिल्ली बताया। पूछताछ करने पर उसने अंग्रेजी भाषा में बताया कि मैं अफगानिस्तानी मूल की हूं। मेरी शादी 7 वर्ष पूर्व दिल्ली निवासी अब्दुल रहमान से हुई थी। मुझे भारत की नागरिकता है। मेरा पति टैक्सी ड्राइवर है। लाॅकडाउन में कार्य ना होने के कारण पिछले 1 साल से घर पर आर्थिक तंगी है। पिछले 6 माह से नेट के माध्यम से मैं मयूर से संपर्क में आई। बिना मेहनत ज्यादा पैसे मिलने के कारण में जिस्मफरोशी में काम में लग गई। मयूर से संपर्क होने एवं उसके बुलाने पर इस काम में 9 जून को दिल्ली से देहरादून आई थी और मयूर ने ही मुझे शिखा गेस्ट हाउस में रुकवाया था । मयूर, मयंक, सुप्रिया आदि के कहने पर मैं देह व्यापार करने कस्टमर के पास जाती थी। मुझे प्रत्येक शाॅट के 1500 रुपए मिलते हैं। यह काम मैं अपनी मर्जी से धर्नाजन हेतु करती हूँ । एसआई अनीता रावत द्वारा सलमा की जामातलाशी ली गई तो उसके पर्स से 7000 रुपये, एक आधार कार्ड तथा एक मोबाइल फोन मिला।
इसके पश्चात पुलिस द्वारा मयूर गर्ग, मयंक गर्ग, सुप्रिया गर्ग, मनोज सिंघल, राहुल शर्मा, सलमा रहमान, सैफ खान तथा आलिया खान को इनका जुर्म व धारा 3ध्4ध्5 अनैतिक देह व्यापार (निवारण) अधिनियम 1956 बताकर गिरफ्तार कर लिया गया।