देहरादून डेस्क। आज ऊबर ने शून्य निधि एवं स्वयंसेवक आधारित संगठन, रॉबिन हुड आर्मी के साथ साझेदारी की घोषणा की। इस साझेदारी के तहत ऊबर वरिष्ठ नागरिकों के टीकाकरण में सहयोग देने के लिए रॉबिन हुड आर्मी के रुसीनियरपैट्रोल कार्यक्रम को 50 लाख रु. मूल्य की राइड निशुल्क प्रदान करेगा।
ऊबर का यह ऑफर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्लू), राज्य सरकारों तथा स्थानीय एनजीओ को दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में मदद करने के लिए 10 करोड़ रु. मूल्य की निशुल्क राइड प्रदान करने के संकल्प का हिस्सा है।
आरएचए के मोबिलिटी पार्टनर के रूप में ऊबर 53 भारतीय शहरों, जहां ऊबर एवं आरएचए काम कर रहे हैं, वहां पर नाजुक वृद्धों को अपनी खुराक लेने के लिए टीकाकरण केंद्रों से आवागमन करने में मदद करेगा। इस साझेदारी के तहत, आरएचए कार्यकर्ता हजारों नाजुक वरिष्ठ नागरिकों को मदद करेंगे, जिनमें वृद्धाश्रम तथा नजदीक के गरीब इलाकों में रहने वाले लोग शामिल हैं। वो कोविन ऐप पर उनका पंजीकरण कराएंगे और उन्हें टीका लगवाने के लिए ले जाएंगे।
इससे पहले अगस्त, 2020 में कोविड महामारी से बुरी तरह प्रभावित एवं भूखे लोगों को निशुल्क भोजन पहुंचाने में मदद करने के लिए ऊबर ने आरएचए के साथ साझेदारी की थी।
दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में सहयोग करने के अलावा, नाजुक नागरिकों को दी जा रही ये निशुल्क राइड इस चुनौतीपूर्ण समय में ऊबर प्लेटफार्म पर काम कर रहे ड्राइवर्स के लिए आय के अवसर बढ़ाएंगी।
रॉबिन हुड आर्मी के संस्थापक, नील घोष ने कहा, ‘‘हमने भारत में लगे विस्तृत लॉकडाऊन के दौरान एक सीनियरपैट्रोल कार्यक्रम चलाया, जिसके तहत हमने देश में 100 से ज्यादा शहरों में वरिष्ठ नागरिकों को जरूरी सामग्री जैसे ग्रोसरी एवं दवाईयां पहुंचाईं। हमें खुशी है कि हमें टीकाकरण अभियान के लिए इन वरिष्ठ नागरिकों का सहयोग करने का एक और अवसर मिला है। ऊबर के साथ हमारी साझेदारी हमें टीकाकरण लगवाने में आने वाली बाधाओं को दूर करने में मदद करेगी और उन समुदायों को सेवा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जहाँ हम काम करते हैं।’’
भारत के वृद्धों के लिए ऊबर के सहयोग के बारे में ऊबर इंडिया एवं साउथ एशिया के प्रेसिडेंट, प्रभजीत सिंह ने कहा, ‘‘हम इस चुनौतीपूर्ण समय में नाजुक समुदायों को टीकाकरण में मदद करने के लिए अपने बहुमूल्य साझेदार, रॉबिन हुड आर्मी के साथ मिलकर काम करने के लिए बहुत उत्साहित हैं। इससे उन्हें महामारी से उबरने, अपने जीवन को पुनः स्थापित करने और देश के आर्थिक सुधार में सहयोग देने में मदद मिलेगी। आने वाले हफ्तों और महीनों में ऊबर नाजुक समुदायों के लिए टीकाकरण अभियान में सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।’’
महामारी फैलने की शुरुआत से ही ऊबर ने स्थानीय अधिकारियों, सिविल सोसायटी संगठनों एवं राज्य सरकारों को जरूरी आवागमन सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए अनेक अभियानों की घोषणा की। 2020 में ऊबर ने भारत के सबसे नाजुक नागरिकों को मोबिलिटी के विकल्प देने के लिए भारतीय एनजीओ, जैसे हैल्पेज़ इंडिया, चाईल्डलाइन 1098 एवं नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाईंड के साथ साझेदारी की। ऊबर ने नेशनल हैल्थ अथॉरिटी (एनएचए) एवं राज्य सरकारों को हजारों अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों एवं कार्यकर्ताओं का आवागमन सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए 280,000 निशुल्क राइड्स प्रदान कीं। ये निशुल्क राइड ऊबर द्वारा स्वास्थ्यकर्मियों, वरिष्ठ नागरिकों एवं जरूरतमंद लोगों को 10 मिलियन निशुल्क राइड एवं फूड डिलीवरी प्रदान करने की ऊबर की वैश्विक प्रतिबद्धता का हिस्सा थीं।