देहरादून/ऋषिकेश। अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के छठे दिन की संध्या “द पांडवाज़” म्यूजिकल बैंड के नाम रही। दिन के अंतिम सत्र में भारतीय संगीत और रॉक संगीत की फ्यूजन के साथ जब पांडवाज़ के कलाकारों ने उत्तराखंड की लोक गीत फुलारी, टाइम मशीन सीरीज और उत्तराखंड मेरी मातृभूमि पर जब अपनी प्रस्तुति दी तो वहाँ उपस्थित दर्शक रोमांचित हो गये और उत्साह के साथ झूमने लगे।
उत्तराखण्ड पर्यटन द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में आये योग अभ्यर्थियों को 6 पारंपरिक योग विद्यालयों द्वारा योग एवं प्राणायाम के साथ साथ आयुर्वेद, ख़ान पान, रोग निवारण – मदुमेह, हाइपरटेंशन आदि का भी ज्ञान अर्जित करने का यह एक अनूठा प्रयास है
कल कार्यक्रम के अंतिम दिन सुबह योग प्रशिक्षण तथा शाम को विभिन्न प्रकार की होली का आयोजन किया जाएगा।
पांडवाज़ उत्तराखंड आधारित संगीत और वीडियो प्रोडक्शन हाउस और एक प्रायोगिक लोक संगीत बैंड है जिसे 2008 में शामिल किया गया था जिसमें गुणवत्ता वाले काम के लिए जुनून और चमक रखने वाले कलाकारों की एक युवा टीम शामिल है। यह बैंड संगीत के साथ प्रयोग करने में सक्रिय रहा है। इस बैंड ने संगीत वीडियो, वृत्तचित्र, विज्ञापन फिल्में, वेब सीरीज आदि का निर्माण किया है, जिसे दर्शकों ने दुनिया भर में देखा और सराहा है।