देहरादून डेस्क। प्रेम, सद्भावना व आस्था का प्रतीक ऐतिहासिक श्रीझंडे जी के आरोहण के साथ ही दो दिवसीय झंडा मेला शुरू हो गया। दोपहर दो बजकर 10 मिनट पर श्रीगुरुराम राय दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज के सानिध्य में श्री झंडेजी का आरोहण किया गया। सुबह आठ बजे से श्रीझंडे जी को उतारा गया।
इसके बाद सेवकों द्वारा दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल से श्रीझंडे जी को स्नान कराया। 10 बजे से श्रीझंडे जी (पवित्र ध्वज दंड) पर गिलाफ चढ़ाने का काम शुरू हुआ।
दोपहर 12 बजे से डेढ़ बजे के बीच झंडे जी का विधिवत आरोहण शुरू हुआ। दो बजकर 10 मिनट पर श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज के सानिध्य में श्री झंडेजी का आरोहण हुआ। विभिन्न राज्यों के पहुंची संगत ने गुरु महाराज के जयकारे लगाए। इसके बाद संगत श्री महंत देवेंद्र दास महाराज का आशीर्वाद लेकर वापस लौटी। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार श्री दरबार साहिब और श्री झंडेजी मेला प्रबंधन कमेटी ने मेला दो दिन तक ही सीमित रखना तय किया है। रविवार को नगर परिक्रमा के बाद धार्मिक मेला संपन्न हो जाएगा। इस दौरान पिछले सालों की अपेक्षा कम भीड़ दिखाई दी। इस दौरान सहारनपुर चौक, गऊघाट तिराहा, दर्शनी गेट, मोची वाली गली, तालाब के चारों और भंडारी चौक के साथ ही गुरुद्वारे की ओर से आने वाले सभी मार्गों पर बैरियर लगाकर सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश वर्जित किया गया। पुलिस ने झंडे जी आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे कोविड-19 के नियमों का पालन करें। चार अप्रैल को सूक्ष्म स्वरूप में नगर परिक्रमा होगी।