अल्मोड़ा। विकास खण्ड द्वाराहाट के डोटल गांव की निवासी लोकगायिका रूचि आर्य का नया कुमाऊंनी लोकगीत “बूबू कौतिक जानू” यूट्यूब पर रिलीज हुआ।
लोकगायिक रूचि आर्य ने बताया कि संगीत के इस लाइन में लाने का श्रेय मेरे गुरू लोकगायक विनोद आर्य व दिलिप कुमार और मेरे पिता राकेश कुमार को जाता है। इसके साथ ही मैं पूरे वीएनके ग्रुप का आभार व्यक्त करती हूं जिन्होंने मुझे ये मौका दिया।
उन्होंने बताया कि इससे पहले मेरे तीन एलबम हिट कमू पहाड़ा लै जूला, मेरो फैशन मचैंगो धमाल व हिट म्यरा संग सुमना रिलीज हो चुके हैं। इन गीतों को लोगों द्वारा खूब सराहा गया। मैं आशा करती हूं कि मेरे द्वारा गाया गया बूबू कौतिक जानू गीत को भी लोगों का प्यार मिलेगा।
बूबू कौतिक जानू गीत यूट्यूब चैनल टीएस धामी प्रोडक्शन द्वारा तैयार किया गया है। इसको अपनी आवाज लोकगायक पनदा बासोदी व लोकगायिका रूचि आर्य ने दी है। गीत को संगीत एवं मिक्स पवन गुसांई (केदार स्टूडियो देहरादून), रिकार्डिग नन्दा पाण्डे (नन्दा स्टूडियों हल्द्वानी), एडिटर विक्की मिरौला, संयोजक त्रिलोक सिंह धामी है।