हल्द्वानी: कलसिया पुल का संकट अभी लंबा चलेगा। अगले महीने से पर्यटन सीजन शुरू होने वाला है। मगर जाम का झाम काफी दिक्कतें खड़ी कर देगा। ऐसे में पुलिस इन चुनौतियों से निपटने को विकल्प मार्ग की तलाश में जुटी है।एसएसपी की अध्यक्षता में पुलिस बहुद्देश्यीय भवन में बैठक भी की गई। इस दौरान बसानी टू देवीधुरा मार्ग के सुचारू संचालन पर भी फोकस किया गया। ताकि पर्यटन सीजन में यहां से भी वाहनों को रवाना किया जा सके। हालांकि, यह सड़क अभी पूरी तरह नहीं बन सकी। एसपी ट्रैफिक जगदीश चंद्र ने बताया कि जिला प्रशासन को इस बाबत पत्र भेजा जाएगा। ताकि रोड पूरी तरह चालू हो सके।काठगोदाम चौकी से पहले मुख्य मार्ग पर कलसिया नाले के ऊपर दो पुल बने हैं। इसमें से एक स्थिति बेहद खराब होने के कारण। शुक्रवार रात इसे बंद कर दिया गया। फिलहाल पुल को खोलने का काम जारी है। सिर्फ एक पुल से गाडिय़ां निकलने के कारण सुबह से यहां जाम की स्थिति बन चुकी है। जबकि पुलिस ने सुबह पांच से रात दस बजे के बीच बड़े वाहनों के गुजरने पर प्रतिबंध भी लगा रखा है।वहीं, एसएसपी पंकज भट्ट ने अफसरों संग जाम से निपटने के उपायों पर चर्चा की। तय हुआ कि साइन बोर्ड की संख्या और बढ़ाये जाए। ताकि लोगों को जानकारी मिल सके। वहीं, बैठक में जिस विकल्प मार्ग पर चर्चा हुई। उसे बसानी-देवीधुरा मोटरमार्ग कहा जाता है। यह 32 किमी लंबी सड़क है। 2012 में इसके निर्माण की शुरूआत हुई थी। लेकिन बीच में ठेकेदार ने काम छोड़ दिया था। जिसके बाद नए सिरे से टेंडर कर काम चालू करवाया। फिलहाल कुछ जगहों पर काम होना बाकी।इस सड़क के पूरी तरह खुलने पर वाहन हल्द्वानी से फतेहपुर होकर नैनीताल से दस किमी पहले बल्दियाखान तक पहुंच सकेंगे। यहां लोग नैनीताल को निकल जाएंगे। जिन्हें भवाली या अल्मोड़ा रूट पकडऩा होगा। वह लोग ज्योलीकोट की तरफ आकर भी आगे निकल सकते हैं। सफर थोड़ा लंबा होगा लेकिन जाम से निकलने को इसके अलावा कोई विकल्प मार्ग फिलहाल नहीं है।एसपी ट्रैफिक जगदीश चंद्र के मुताबिक काठगोदाम से गाडिय़ों को पास कराने के लिए 40 अतिरिक्त पुलिसकर्मी थाने को मुहैया करवाए जा रहे हैं। इसमें दारोगा और सिपाही शामिल है। इसके अलावा चार मोबाइल टीम भी सक्रिय रहेगी। यह टीम एक जगह खड़े रहने की बजाय रोड पर घूम-घूमकर गाडिय़ों को निकालने में मदद करेगी।