डॉ. अरविन्द कुमार सिंह एमडी, डीएम गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट सिनर्जी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज देहरादून

देहरादून। विश्व हेपेटाइटिस दिवस, एक वैश्विक पहल है जिसका लक्ष्य वायरल हेपेटाइटिस के बारे में आम जनता के मध्य में जागरूकता बढ़ाना और इस संभावित जानलेवा बीमारी को रोकने और नियंत्रित करने के उपायों को अग्रसर करना है।

लीवर स्वास्थ्य पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है, जो कि समूचे शारीरिक संरचना को स्वस्थ रखने की आधारशिला है। लीवर पाचन, डिटॉक्सिकेशन और पोषक तत्वों के भंडारण के लिए बेहद जरुरी शक्तिशाली अंग है। लीवर के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने से न केवल आपका स्वास्थ्य बेहतर होगा बल्कि आपके जीवन की गुणवत्ता में काफ़ी सुधार हो सकता है।

फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और संतुलित प्रोटीन से भरपूर आहार लीवर की बेहतरी में मदद करता है।

अधिक मात्रा में शराब और वसायुक्त खाद्य पदार्थों के परहेज से फैटी लीवर सम्बंधित रोग और सिरोसिस जैसी लीवर की गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। लीवर के हाइड्रेटेड रहने से उसकी डिटॉक्सिकेशन प्रक्रियाओं में मदद मिलती है। प्रतिदिन व्यायाम न केवल स्वस्थ वजन बनाए रखता है बल्कि लीवर की चर्बी को भी कम करने में मदद करता है, जिससे लीवर शरीर को स्वस्थ रखने में बेहतर कार्य करता है। हेपेटाइटिस ए और बी के खिलाफ टीका लगवाना और सुरक्षित स्वच्छता का अभ्यास करना वायरल हेपेटाइटिस को रोकने में सबसे महत्वपूर्ण कदम माना जाता हैं, जो कि लापरवाही के चलते गंभीर लीवर के नुकसान का कारण बन सकता है।

नियमित चिकित्सा जांच आवश्यक है। ब्लड टेस्ट से लिवर की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी का पता पहले ही लग जाता है, जिससे उसके उपचार में काफी मददगार साबित होता है। यदि आपको पीलिया, थकान या पेट दर्द जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो बिना देरी के चिकित्सक से सलाह लें।

इस विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर, याद रखें कि लीवर शारीरिक संरचना के अनुसार लचीला तो है, लेकिन अजेय नहीं है। यदि आज से भी लीवर के अनुकूल जीवनशैली को अपनाना शुरू करेंगे तो आने वाला कल लीवर सम्बंधित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है। लीवर के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें – यह लंबे, स्वस्थ जीवन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।

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