देहरादून/नैनीताल। भारत सरकार के महत्वाकांक्षी सांस्कृतिक और शैक्षिक प्रयास “एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम-2 के तहत उत्तराखण्ड में एनआईटी वारंगल, उस्मानिया विश्वविद्यालय, आईसीएफएआई बिजनेस स्कूल, हैदराबाद, विद्या ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, हैदराबाद विश्वविद्यालय और तेलंगाना के अन्य प्रमुख एचईआई से 45 छात्रों का दल आया हुआ है। 29 अप्रैल को यह दल आईआईटी रूड़की पहुंचा जहां से यह दल नैनीताल गया।
तेलंगाना से आये 45 छात्रों के दल ने नैनीताल और आईआईटी रुड़की जाने के अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि हमने उत्तराखंड राज्य में स्थित लोकप्रिय हिल स्टेशन नैनीताल की प्राकृतिक सुंदरता का विहंगम दृश्य देखा। शहरी जीवन की हलचल से यह एक ताज़ा बदलाव था। ठंडी हवा, हरी-भरी हरियाली और सुरम्य वातावरण ने हमें मंत्रमुग्ध कर दिया। हमने नैनी झील, टिफिन टॉप और गवर्नर हाउस जैसे कुछ सबसे प्रसिद्ध स्थानों का दौरा किया। हालाँकि, हमारी यात्रा का मुख्य आकर्षण नैनीताल टेलीस्कोप सेंटर था। वेधशाला एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है और रात के आसमान का शानदार दृश्य प्रस्तुत करती है।
दल के एक छात्र ने कहा कि मुझे टेलीस्कोप के माध्यम से सितारों को देखने का मौका मिला और यह वास्तव में विस्मयकारी अनुभव था। वहीं मैंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की का दौरा किया। दोनों यात्राएं एक-दूसरे से बिल्कुल अलग थीं, लेकिन समान रूप से समृद्ध थीं। जहां नैनीताल टेलीस्कोप सेंटर में प्रकृति की सुंदरता और तारों को निहारने के बारे में था, वहीं आईआईटी रुड़की विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अत्याधुनिक प्रगति की खोज के बारे में था। मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे इतने कम समय में दोनों का अनुभव करने का अवसर मिला।