नई दिल्ली। एक और भव्य कॉन्वोकेशन आईबीआर ऑफिस समारोह ने अपना जादू बिखेरा। रिकॉर्ड धारकों और उनके परिजनों के तिलक एवं पुष्पवर्षा से अभिनंदन के साथ उत्सव की शुरुआत हुई, जिसने खुशी और उपलब्धियों का समा बांध दिया। मुख्य हॉल में पहुंचने से पहले सभी को आईबीआर कार्यालय का भ्रमण कराया गया, जहां रिकॉर्ड धारकों ने अपनी-अपनी दास्तान साझा कीं।
सम्मानित होने वालों में प्रमुख थे- मंदार मधुकर तम्हनकर, वी कविना, पीटी मिथ्रान देव, डॉ. संतोष कुमार गुप्ता, रावुतला आरोही श्रेयाश्री, नील बजाज, अनुराग पलेई, एस वर्षा, इनायतुल्ला आयत मुलानी, अंश राहुल कंचन, देबज्योति बंद्योपाध्याय, धित्य प्रवीण, शारवी आर शेट्टी, रायना एच. मेघानी, सूर्यांश सिंह, केए गौस हैदर, जोशिता शर्मा, अभिराज शी और नील सिवाल।
पुणे, महाराष्ट्र के मंदार मधुकर तम्हणकर ने ऑस्ट्रेलिया में 28 दिनों में 19,650 किमी दूरी तय करके रिकॉर्ड बनाया। तिरुपुर, तमिलनाडु के वी. कविना ने तमिल गीत ‘थिरुप्पुगाज़’ की 24 पंक्तियां गाकर सुनाईं। चेन्नई के पीटी मिथ्रान देव ने अपनी तेज याददाश्त का परिचय दिया। हैदराबाद के डॉ. संतोष कुमार गुप्ता को 37 मेडिकल कोडिंग और बिलिंग पाठ्यक्रमों में प्रमाणित किया गया। तेलंगाना के निज़ामाबाद की रावुतला आरोही श्रेयाश्री और जम्मू के नील बजाज ने अपने तीव्र स्मृति कौशल का प्रदर्शन किया। तमिलनाडु के वेल्लोर की एस वर्षा ने ट्रांसजेंडर मुद्दों पर ‘इफ वी वर दैम’ डायरी लिखकर प्रशंसा अर्जित की।
पुणे के इनायतुल्ला आयत मुलानी ने एक मिनट में 5 अंकों के गुणन योग को हल किया और अंश राहुल कंचन ने भी इसी तरह की गतिविधि की। पश्चिम बंगाल के बर्धमान के देबज्योति बंद्योपाध्याय ने तीन शोध पत्र प्रकाशित किए। बेंगलुरु, कर्नाटक के धित्या प्रवीण, धारवाड़, कर्नाटक की शारवी आर शेट्टी और कोलकाता की रायना एच मेघानी ने अपनी मानसिक शक्ति दिखाई। सूर्यांश सिंह ने अपनी लेखन कला का परिचय दिया। वारंगल, तेलंगाना के केए घोष हैदर ने 830 गीत गाए, जबकि जयपुर की जोशिता शर्मा ने भारत के राष्ट्रीय प्रतीक की एक विशाल प्रतिकृति बनाई। कोलकाता के अभिराज शी और नील सिवाल ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से मान्यता पाने के लिए अपने प्रभावशाली प्रदर्शन का प्रदर्शन किया।