देहरादून। नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग, उत्तरकाशी के द्वारा वाइब्रेंट विलेज योजना के अंतर्गत आयोजित की जा रही माउंटेन बाइकिंग रैली प्रदेश के 10 ज़िलों से गुजरते हुए कई दुर्गम पड़ावों को पार करते हुए दिनांक 16 जुलाई को देहरादून पहुँची। दल के सभी सदस्यों को देहरादून स्थित उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक विंग) कर्नल अश्विनी पुण्डीर द्वारा सम्मानित किया गया। विदित हो कि भारत चीन सीमा पर उत्तरकाशी जनपद में स्थित जादूंग गांव से इस अभियान की शुरुआत की गई थी।
इस अवसर पर कर्नल अश्विनी पुण्डीर ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से जहां एक ओर साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलता है वहीं दूसरी ओर सीमांत गांव के लोगों में ग्रामीण पर्यटन के महत्व को लेकर भी जागरूकता उत्पन्न होती है। इस प्रकार के अभियान रिवर्स माइग्रेशन की दिशा में प्रेरक तत्वों का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि सीमांत गांवों को पर्यटन की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद इस प्रकार के एक्सपीडिशन को प्रोत्साहित करता है।
अभियान दल का नेतृत्व एनआईएम उत्तरकाशी के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमान भदौरिया तथा उप प्रधानाचार्य मेजर देवल बाजपेई द्वारा किया गया जबकि संस्थान के 3 विशेषज्ञ इंस्ट्रक्टर्स भी अभियान में उनके साथ शामिल रहे।