अत्यधिक मोटापे से पीड़ित लोग बैरियाट्रिक सर्जरी के साथ जी सकते हैं अच्छी जिंदगी

देहरादून डेस्क। अध्ययनों से पता चलता है कि भारत में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, हर दूसरा व्यक्ति वजन बढ़ने के कारण परेशान है। जिसके कारण बैरियाट्रिक सर्जरी कराने वालों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हुई है। ओबेसिटी सर्जरी सोसायटी ऑफ इंडिया के अनुसार भारत में पिछले 15 सालों में वजन घटाने के लिए की जाने वाली सर्जरी में 100 गुना तक की बढ़ोतरी हुई है। समय के साथ-साथ बैरियाट्रिक सर्जरी और उसके सकारात्मक स्वास्थ्य परिणामों के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।

बता दें कि अत्यधिक मोटापे से ग्रसित लोगों में बैरियाट्रिक सर्जरी की जाती है। इससे मोटापे से जुड़ी सह-रुग्ण स्थितियों में सुधार करने में भी मदद मिलती है। इसके कारण टाइप 2 मधुमेह, उच्च रक्तचाप, जोड़ों में दर्द, नींद की बीमारी, हृदय रोग और बांझपन आदि बीमारियों के खतरे से बचा जा सकता है। आमतौर पर जिन व्यक्तियों का बॉडी मास इंडेक्स 35 से 40 होता है प्रायः उन्हें यह सर्जरी कराने की सलाह दी जाती है।

इस बारे में बात करते  हुए, अरिहंत  हॉस्पिटल  के  जनरल  सर्जन, डॉक्टर अभिषेक  जैन  ने बताया, “बैरियाट्रिक सर्जरी, किसी व्यक्ति के भोजन के सेवन को सीमित करने और पेट व आंतों में भोजन के अवशोषण को कम करने का काम करती है। यह शरीर में अवशोषित होने वाले पोषक तत्वों और कैलोरी की मात्रा को भी कम करती है, जिससे वजन कम करने में सहायता मिलती है। डॉक्टर जैन ने आगे बताया कि, ‘एक बार वजन घटाने की सर्जरी हो जाने के बाद, रोगी को एक या दो दिन तक खाने की अनुमति नहीं होती है। ऐसा, पेट और पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए किया जाता है। सर्जरी के बाद व्यक्ति को विशिष्ट आहार लेने की सलाह दी जाती है। विशिष्ट आहार में व्यक्ति तरल और बिल्कुल नरम पदार्थों का सेवन कर सकता है।”

इन तरीकों से आप भी घटा सकते हैं अपना मोटापा-जटिल कार्बोहाइड्रेट के सेवन को सीमित करें क्योंकि वे रक्त शर्करा के स्तर और इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाते हैं। प्रतिदिन व्यायाम करें, सप्ताह में पांच बार, हर दिन लगभग 30 से 45 मिनट की शारीरिक गतिविधि करने का लक्ष्य रखें। किसी भी रूप में रिफाइंड चीनी का सेवन न करें। ध्यान और योग जैसी गतिविधियों के माध्यम से तनाव को कम करें।

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