हल्द्वानी: पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले कुमाऊं के दो हजार होमगार्डो को डीए और भत्ते का इंतजार है। एक साल पहले जारी आदेश के बावजूद कर्मचारियों को सुविधाओं से वंचित रखा गया है।कुमाऊं में दो हजार होमगार्ड कार्यरत हैं। सड़क पर ड्यूटी से लेकर आफिस में बाबू का काम होमगार्ड कर रहे हैं। मौजूदा समय में होमगार्डो को 18 हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है। हालांकि एक साल पहले यह मानदेय 13 हजार रुपये था। होमगार्डो के अधिकारियों के अनुसार एक साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने सरकारों से कर्मचारियों का डीए व महंगाई भत्ता देने के आदेश दिए थे।उत्तर प्रदेश में होमगार्डो को डीए व भत्ता दिया जाने लगा है। लेकिन उत्तराखंड के आज तक यह सुविधाएं नहीं मिल सकी है। कर्मचारी उप्र व उत्तराखंड में अपनाये जा रहे दोहरे मापदंड से नाखुश हैं। कर्मचारियों का कहना है उप्र सरकार के नियमों पर जब वह भी काम कर रहे हैं तो उन्हें भी समांतर सुविधा मिलनी चाहिए।डीए व भत्ता मिलने पर होमगार्डो को वेतन बढ़कर 21 हजार रुपये हो जाएगा। इसके अलावा डीए अलग से जुड़ेगा। होमगार्ड पुलिस के बराबर मानदेय दिए जाने की भी मांग लंबे समय से कर रहे हैं।