कृष्णापुर क्षेत्र में सीसी मार्ग निर्माण को लेकर विभागों ने किया संयुक्त सर्वे

नैनीताल : शहर के समीपवर्ती कृष्णापुर क्षेत्र को सीसी मार्ग से जोड़ने की कवायद तेज हो गई है। बीते दिनों डीएम से मिले निर्देशों के बाद बुधवार को राजस्व विभाग, वन विभाग, लोनिवि और नगर पालिका की संयुक्त टीम ने क्षेत्र का निरीक्षण किया। विभागीय अधिकारियों ने हल्द्वानी रोड स्थित कूड़ा खड्ड से कृष्णापुर को सीसी मार्ग से जोड़ने की संभावनाएं तलाशीं।बीते करीब तीन दशक से कृष्णापुर क्षेत्रवासी सड़क मार्ग की मांग कर रहे हैं। मगर कई बार सड़क के प्रस्ताव बनने और जनप्रतिनिधियों के दावों के बाद भी क्षेत्र को सड़क मार्ग से नहीं जोड़ा जा सका। इधर 2018 में बलियानाले की पहाड़ी पर हुए भारी भूस्खलन में क्षेत्र को जोड़ने वाला एकमात्र सीसी मार्ग भी ध्वस्त हो गया। जिसके बाद क्षेत्रवासियों का नैनीताल से सीधा संपर्क कट गया। लोगों को डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित नैनीताल आने के लिए वीरभट्टी गेठिया होते हुए करीब 20 किलोमीटर लंबा सफर तय करना पड़ रहा है।कई बार मांग के बाद भी जब मार्ग निर्माण शुरू नहीं हो सका तो चुनाव से पूर्व क्षेत्र वासियों ने सड़कों पर उतर कर खूब धरना प्रदर्शन किया। साथ ही जल्द क्षेत्र को मार्ग से जोड़ने की मांग की। लोगों की मांग के बाद डीएम धीराज गर्ब्याल ने जिला योजना से 20 लाख का बजट जारी कर लोनिवि को मार्ग निर्माण के निर्देश दिए। मगर मार्ग निर्माण के लिए टेंडर होने के बावजूद वन भूमि का अड़ंगा आड़े आ गया।लोगों की लगातार मांग को देखते हुए बीते दिनों डीएम ने राजस्व विभाग, लोनिवि, वन विभाग और नगर पालिका को संयुक्त रुप से क्षेत्र का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। बुधवार को नायब तहसीलदार युगल किशोर पांडे के नेतृत्व में विभागीय टीमों द्वारा क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया गया। युगल किशोर पांडे ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सामने आया है कि कूड़ा खड्ड से कृष्णापुर को जोड़ने के लिए जो सीसी मार्ग प्रस्तावित है, वह वन भूमि क्षेत्र है। जिसके लिए वन विभाग से भूमि हस्तांतरण और अनुमति लेना अनिवार्य होगा।उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान एक छोटी बटिया मिली है। साथ ही क्षेत्रवासियों द्वारा बताया जा रहा है कि पूर्व में सड़क निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। मगर अब तक ऐसे कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि निरीक्षण की संयुक्त रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। जिसके बाद उच्चाधिकारियों द्वारा ही मामले में निर्णय लिया जाएगा। निरीक्षण के दौरान वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद तिवारी पटवारी सुरेश सनवाल लोनिवि सहायक अभियंता किशन सिंह बसेड़ा, कैलाश रौतेला समेत तमाम क्षेत्रवासी और विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

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